खेल
09-Apr-2025
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ऑलराउंडरों की कमी होगी मुम्बई (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य कोच राहुल द्रविड ने आईपीएल में ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ नियम को लेकर सवाल उठाये हैं। द्रविड़ के अनुसार जब वह भारतीय पुरुष टीम के मुख्य कोच थे तभी से उन्हें आईपीएल में ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ अच्छा नहीं लगता है। द्रविड़ ने कहा कि उन्होंने इस नियम के लाभ की बात सुनी है पर इससे आने वाले समय में अच्छे ऑलराउंडरों की कमी हो जाएगी। द्रविड़ से पहले भी कई दिग्गजों ने इस नीयम की आलोचना की थी। इम्पैक्ट प्लेयर नियम आईपीएल 2023 में पेश किया गया था। इसके बाद से ही ऑलराउंडरों की जगह विशेषज्ञ खिलाड़ी की मांग बढ़ने लगी। द्रविड़ ने कहा, “जब मैं भारतीय टीम का कोच था, मुझे मुझे इम्पैक्ट प्लेयर नियम खास पसंद नहीं था। इसका ये अर्थ नहीं है कि यह खेल को अधिक प्रतिस्पर्धी नहीं बनाता। यह निश्चित रूप से बनाता है। यह मैचों को अंत तक जीवंत बनाये रखता है हालांकि राष्ट्रीय टीम के हिसाब से ये अलग प्रकार की परेशानी पैदा करता है।” वहीं एक कोच का लक्ष्य बेहतर ऑलरांउडर तैयार करना रहता है पर ये नियम उसमें आड़े आता है। उन्होंने साथ ही कहा कि पहले जब दोनों टीम के 11 खिलाड़ी खेलते थे तो उस प्रारुप में कुछ खिलाड़ियों को अलग अलग हालातों में बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने का ज्यादा अवसर मिलता था पर इम्पैक्ट प्लेयर नियम ने इसमें बदलाव किया है। इस नियम के कारण टूर्नामेंट में बड़े बड़े स्कोर देखने को मिल रहे हैं। कई टीमें 200 से अधिक रन बना रही हैं। इसी कारण आईपीएल इतिहास के बड़े स्कोर देखने में आये हैं। इसका कारण है कि टीमों के पास एक अतिरिक्स विशेषज्ञ बल्लेबाज होता है। इसका मतलब है कि कोई भी टीम वास्तव में खेल से बाहर नहीं होती क्येांकि उसके पास नौवें नंबर तक एक बल्लेबाज रहता है।” इससे पहले कई अन्य पूर्व और वर्तमान खिलाड़ियों ने भी इस नियम की आलोचना करते हुए कहा था कि इससे ऑलराउंडरों के लिए टीम में जगह हासिल करने के अवसर कम होंगे। गिरजा/ईएमएस 09 अप्रैल 2025