राष्ट्रीय
22-Apr-2025


- हाईवे पर 22 स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गए, इसे ठीक करने चल रहे काम में त्रुटियां हो सकती हैं जम्मू (ईएमएस)। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर हाल ही में घटित भूस्खलन ने अज्ञात की मौत की चिंता फैला दी है। मंगलवार को तीसरे दिन भी हाईवे को बंद किए जाने के बाद भी पांच से अधिक दिनों तक हाईवे को पुनः खोलने की कार्रवाई शुरू हो गई है। एनएचएआई के इंजीनियरों ने बताया कि हाईवे पर 22 स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया है और इसे ठीक करने के लिए गहराई से चल रहे काम में त्रुटियां हो सकती हैं। इस आपातकालीन परिस्थिति में, रामबन जिले में आई बाढ़ व भूस्खलन ने भी भयंकर नुकसान किया। तीन लोगों की मौत के साथ-साथ कई वाहनों को भी घात लगा है। सैकड़ों यात्री भी हाईवे पर फंसे हुए हैं, जिन्हें सुरक्षित स्थान पर आश्रय और भोजन उपलब्ध कराने की प्रक्रिया जारी है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने व्यक्तिगत रूप से इस घटना की जांच की और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद प्रदान करने का आश्वासन दिया है। कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर ने गांदरबल जिले में लोगों से अपील की है कि वे अस्थिर स्थिति में खरीदारी में धीमा रहें, जिससे खाद्यान्न और पेट्रोलियम उत्पादों का सही सामान उपलब्ध रहे। पेट्रोल पंपों पर भीड़ लगने का असर भी महसूस किया जा रहा है, जो वाहन चालकों को और भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस अस्थिरता के कारण, दक्षिण कश्मीर में मुगल रोड पर एलएमवी को प्राथमिक यातायात के लिए खोला गया है, जबकि हाईवे पर नाकाबंदी के कारण हवाई टिकटों की मांग में वृद्धि देखने को मिल रही है। स्थानीय निवासियों के उद्येश्य से गाड़ियां चला रहे पर्यटकों को भी हवाई यात्रा में प्राथमिकता दी जा रही है। भूस्खलन की घटना ने स्पष्ट की ये बात कि उचित अतिरिक्त सुरक्षा और अलर्ट प्रणाली की आवश्यकता है, ताकि ऐसी घातक घटनाएं फिर से न हों। सरकार को तात्कालिक कदम उठाने की जरूरत है, ताकि इस विस्तारक घाटी क्षेत्र में भी सुरक्षितता और सुविधाएं मजबूत की जा सकें। सतीश मोरे/22अप्रेल ---