खेल
24-Apr-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) चयन समिति आगामी इंग्लैंड के टेस्ट दौरे के लिए अगले महीने की शुरूआत में टीम घोषित कर सकती है। इसके अलावा इंग्लैंड लायंस से मुकाबले के लिए भारत ए टीम भी घोषित की जाएगी। इसी को देखते हुए बीसीसीसी टीम में मध्यक्रम में कुछ अच्छे खिलाड़ियों को शामिल कर सकती है। अभी मध्यक्रम में दो स्थान ऐसे हैं जिसके लिए चयनसमिति युवाओं को अवसर दे सकती है। इन दो स्थानों के लिए अभी तकरीबन 6 दावेदार है। इंग्लैंड दौरे के खिलाफ 5 टेस्ट मैच के लिए टीम में 15 या 16 खिलाड़ियों जगह दी जा सकती है। इस दौरे के समय भारत की ए टीम भी इंग्लैंड में रहेगी और ऐसे में मुख्य टीम की जरूरत के मुताबिक ए टीम के खिलाड़ी भी उसमें शामिल किये जा सकते हैं। इसी को देखते हुए राष्ट्रीय चयन समिति इस बार घरेलू सत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों पर भी नजर बनाए हुए हैं। यह दौरा 20 जून से शुरू होगा और अगस्त के पहले सप्ताह में समाप्त होगा। इसमें रजत पाटीदार, बी साई सुदर्शन, करुण नायर, सरफराज खान और देवदत्त पडिक्कल पर नजरें रहेंगी। रजत पाटीदार : रजत पाटीदार के पास तकनीक और मैदान के चारों ओर सहजता से शॉट खेलने की शानदार क्षमता है। आईपीएल में वह आरसीबी की कप्तानी कर रहे हैं। रणजी के अलावा अन्य घरेलू टूर्नामेंटों में उनका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। रजत एक अच्छे बल्लेबाज के तौर पर उभरे हैं जो टिककर खेलते हैं। बी साई सुदर्शन साई सुदर्शन लाल गेंद के क्रिकेट में भी एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो लंबी रेस के घोड़े हैं। वह आईपीएल में गुजरात टाइटन्स के लिए पहले ही 400 से अधिक रन बनाकर अपने को साबित हो चुके हैं। चयनकर्ताओं की नजर इस खब्बू बल्लेबाज पर इसलिए भी होगी क्योंकि उनकी तकनीक अच्छी है और चोटिल होने से पहले उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में भारत ए के लिए भी अच्छा प्रदर्शन किया था। उनकी सबसे बड़ी ताकत यह है कि वह पारी की शुरुआत करने के साथ ही टीम की जरूरत के हिसाब से मध्यक्रम में भी बल्लेबाजी कर सकते हैं। वे लंबे समय तक खेलने वाले खिलाड़ी हैं और 23 साल की उम्र में वे बड़ी चुनौती के लिए तैयार दिख रहे हैं। करुण नायर टेस्ट में भारत के लिए तिहरा शतक जड़ने वाले केवल दूसरे बल्लेबाज नायर ने मध्यक्रम में अपनी लय खो दी थी पर विदर्भ के साथ जुड़ने के बाद वह फॉर्म में शानदार तरीके से वापसी करने में सफल रहे। घरेलू सत्र उनके लिए स्वप्निल रहा, जिसमें उन्होंने प्रथम श्रेणी मैचों में 850 से अधिक रन बनाए। इसके अलावा आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन इस सत्र में अच्छा रहा है। देवदत्त पडिक्कल : देवदत्त पडिक्कल को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कप्तान रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में पहले मैच में टेस्ट पदार्पण करने का मौका मिला। पडिक्कल ने दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल के साथ एक प्रभावशाली साझेदारी के दौरान अपनी प्रतिभा की झलक दिखाई। वह आईपीएल में अच्छे फॉर्म में हैं और अगर वह सीनियर टीम में जगह नहीं बना पाते हैं, तो वह निश्चित रूप से भारत ए टीम में शामिल होंगे। सरफराज खान न्यूजीलैंड के खिलाफ अक्टूबर में बेंगलुरु में 150 रन बनाने के बाद भी सरफराज को टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली पायी पर अगले टेस्ट मैचों में कुछ खराब शॉट चयन से उन्होंने अपनी जगह गंवा दी। इसके बाद घरेलू क्रिकेट में उन्होंने जमकर रन बनाये जिससे उन्हें इस बार जगह मिलने की संभावना है। श्रेयस अय्यर आईपीएल में पंजाब किंग्स की कप्तानी कर रहे श्रेयस अय्यर को पिछले साल रणजी क्रिकेट की जगह आईपीएल को वरीयता देने के लिए बीसीसीआई से फटकार झेलने के बाद बाहर कर दिया गया था पर वापसी का अवसर मिलने पर उन्होंने सीमित ओवरों में जबरदस्त प्रदर्शन किया। अब वह लाल गेंद प्रारूप में बेहतर तकनीक के साथ उभरे है। वह शॉर्ट पिच गेंदों को भी अब पहले की तुलना में अच्छे से खेलते है। उनके पास इंग्लैंड दौरे का अनुभवी भी है। वह 2022 में इंग्लैंड में एक टेस्ट सहित 14 टेस्ट खेलने कारण चुनौतियों के बारे में जानते हैं। उन्होंने बोर्ड के केंद्रीय अनुबंध से बाहर किए जाने के बाद काफी संख्या में घरेलू क्रिकेट खेला है और सहज दिख रहे हैं। ऐसे में उन्हें सीनियर टीम में जगह मिलना तय है। गिरजा/ईएमएस 24 अप्रैल 2025