खेल
26-Apr-2025
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दुबई (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्यूटीसी) फाइनल के लिए ऑस्ट्रेलिया को स्कॉट बोलैंड की जगह पर तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड को शामिल करना चाहिये। शास्त्री का मानना है कि ग्लेन मैकग्रा की तरह गेंदबाजी करने वाले हेजलवुड इंग्लैंड के हालातों में अधिक सफल रहेंगे। उन्होंने कहा कि टीम के पास पहले से ही तेज गेंदबाज के तौर पर कप्तान पैट कमिंस और मिचेल स्टार्क जैसे बेहतरीन खिलाड़ी हैं वहीं तीसरे तेज गेंदबाज के तौर पर हेजलवुड फायदेमंद रहेंगे। गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 11 से 15 जून तक लॉर्ड्स में खेले जाने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से खेलना है। माना जा रहा है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम इस मुकाबले में तीन तेज गेंदबाजों के साथ ही स्पिनर के तौर पर नाथन लियोन को भी शामिल कर सकती है। इसके अलावा उसके पास ऑलराउंडर बीयू वेबस्टर को भी अंतिम एकादश में शामिल करने का एक विकल्प भी है। वहीं तीसरे तेज गेंदबाज के लिए हेजलवुड और बोलैंड में से किसी एक को शामिल किया जाएगा। शास्त्री ने कहा, ‘ अगर हेजलवुड फिट होते हैं, तो उन्हें अनुभवी होने के कारण बोलैंड के मुकाबले वरीयता मिलनी चाहिए। गौरतब है कि हेजलवुड अपने करियर में कई बार चोटिल होने के कारण टीम से बाहर रहे है। वह चोट के कारण भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेली गयी बॉर्डर गावस्कर श्रृंखला के पांच मैचों में से तीन में नहीं खेल पाए थे। वह इसके बाद श्रीलंका दौरे और चैंपियंस ट्रॉफी में भी टीम का हिस्सा नहीं थे। इस तेज गेंदबाज ने इंडियन प्रीमियर लीग में वापसी करते हुए शानदार गेंदबाजी की है। शास्त्री ने कहा, ‘हेजलवुड अगर पूरी तरह से फिट है तो दो वजहों से उन्हें टीम में जगह मिलनी चाहिए। पहला इंग्लैंड के हालात उनके अनुकूल हैं और दूसरे उनके पास मैकग्रा की तरह गेंदबाजी करने का कौशल है। लॉर्ड्स की पिच पर एक तरफ से ढलान है और इममें वह खतरनाक साबित हो सकते हैं। मैक्ग्रा ने लॉर्ड्स में तीन टेस्ट में 26 विकेट लिए है जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1997 में 38 रन देकर 8 विकेट लिए है। शास्त्री ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो वह मैक्ग्रा गेंद को दोनों ओर स्विंग करते हुए घातक साबित होते थे और मुझे लगता है कि हेजलवुड अपनी कद के साथ कुछ ऐसा ही कर सकते हैं। गिरजा/ईएमएस 26अप्रैल 2025