पवित्रता का अर्थ है शुद्धता, निर्मलता, और पवित्रता की अवस्था। यह किसी व्यक्ति, के विचार में मौजूद एक गुण या अवस्था है जो इसे विशेष रूप से पवित्र, शुद्ध या नैतिक रूप से सही बनाती है। पवित्रता का मतलब किसी चीज में 100परसेंट वही हो जो दूध में होता हालांकि ऐ संभव नहीं होता है लेकिन 99% हो सकता है मेरी पवित्रता को परखने की कोशिश ना करो नहीं तो नफरत की आग में जलना तय है उसे कुछ भी नहीं होगा क्योंकि वो पवित्र है भगवान राम का सच्चा भक्त जो राग, द्वेष, काम, क्रोध लोभ से परे हो मन में यदि एक बार इससे नाता टूटा तो आपका जीवन बदल गया धर्म क्या है एक पवित्र गुण जैसे आग का गुण जलना पानी का गुण शीतल प्रदान करना है आतंकवादी पूर्ण रूप से अपवित्र और क्रूर होता हैं जो 100परसेंट अशुद्ध है जो अपनी गन्दी हरकतों से डराता है लेकिन आप भगवान राम को याद करें आपको डरने की जरुरत नहीं है आपका मरना निश्चित है लेकिन यदि डर गए तो ऐसे भी मरेंगे सामना करना चाहिए और यदि उस परमात्मा का नाम लेकर मरे तो आपको वह पुनः नई जिंदगी दे देगा और मरने का भय नहीं होगा दरअसल आप वहाँ जाने से पहले मिलावटी लोगों के बातों पर भरोसा कर लिया और वहाँ की सच्चाई जानने के लिए पता नहीं किया और ऐ परिणाम सामने आया लोग उस मुद्दे को कागजी शेर की तरह बस मंच पर ही गरज रहें हैं और जहाँ पाकिस्तान की गर्दन पकड़ना चाहिए वहीं आप पानी बन्द कर , दुनिया में इसे ढिढोरा पिट कर आप खुद ही असहाय हो गए जहाँ फाइटर जेट भेज कर आतंकवादी के गढ़ में घुसकर उसे मिट्टी में मिलाना चाहिए वहाँ इन छोटी सी कार्यवाही से काम नहीं चलेगा कैसे इजराइल करता है एक बहुत छोटा सा देश होकर चारों तरफ से आतंकवादी से घिरा है लेकिन हर मोर्चे पर किसी से ना डरते हुए उसे सबक सीखा रहा है भारत में जम्मू काश्मीर की नई सरकार बनी है अतः उस पर नजर बनाए रखनी चाहिए जिसे कभी 370 हटने पर होम अरेस्ट किया आज उनकी सरकार बनी तो निश्चित रूप से कभी वो आपका साथ नहीं देंगे क्योंकि उनका ताल्लुक अलगवादी नेता से है वो चुप क्यों है क्या सुरक्षा के लिए उनकी जिम्मेदारी नहीं थी जब तक दुश्मन को नहीं मारोगे तो अपने शहीद सैनिकों व नागरिकों के ताबूत इसी तरह आते रहेंगे कुछ ठोक कर उधर भी भेजवा दो तो मालूम होगा कि जान की क्या कीमत होती है लेकिन केवल कागजी शेर की तरह बोलने से नहीं करके दिखना होगा चाहे इसके लिए क़ोई भी कीमत क्यों ना चुकाना पड़े देश सर्वोपरि है लेकिन आप को बार बार की झंझट से छुटकारा मिलेगा औऱ देश की प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी और लोगों में आपके प्रति विश्वास भी बढ़ेगा. आज यदि गुरुगोविन्द सिंह होते तो अब तक तो लाशों के ढेर लगा देते और उसमें उनके भक्त शहीद भी होते क्योंकि उनमें एक जज्बा था और इसलिए चमकौर के युद्ध में मुट्ठी भर सैनिकों से दुश्मन की लाखों की सेना को मात दे दी इसलिए उनकी पूजा होती है क्योंकि वो 100 परसेंट शुद्ध थे जो खालसा कहलाता है। इसके लिए हर इंसान के पास एक कृपान तो दे दो गुरू गोविन्द सिंह जी ने उस समय कृपान रखना जरुरी किया था जो आत्म रक्षा हेतु था आज भी इजराइल में आत्मरक्षा हेतु पिस्टल दिए जाते हैं उसका गलत इस्तेमाल कभी नहीं बल्कि आत्मरक्षा हेतु मिलता है , भगवान श्री राम अपने जीवन में सभी संघर्ष के बाद भी जब राजा बने तो प्रजा के हित में माता सीता को भी छोड़ दिया नहीं तो उनपर परिवारवाद का आरोप लगता ईश्वर का साक्षात रूप होते हुए भी ना तो उसपर क़ोई स्कालर की पढ़ाई है ना लोग उसमें रूचि रख रहें हैं इसी सब के कारण हमसब एक जुट नहीं हो रहें हैं : भगवान राम के प्रेम में एक अलग आंनद मिलता है ध्यान करो साक्षात् मिलेंगे और एक साहस देंगें लेकिन कुछ में पूर्ण अपवित्र तो नहीं लेकिन मिलावट है जैसे कुछ लोग मतलबी होते हैं कुछ नासमझ या क्रोधी उन्हें लगता है हम सही हैँ औऱ आप गलत हो जाड़ा, गर्मी, बरसात, में एक जैसा रहना स्वास्थ्यकर है लेकिन थोड़ा गर्मी लगा तो पंखा से काम चल सकता है लेकिन एयर कंडीशन चाहिए इसलिए यदि किसी से सीखना हो तो भगवान राम से बेहतर क़ोई नहीं है जो एक मर्यादा का पालन कठिन से कठिन परिस्थिति में 14वर्ष जंगल में बिताया और निडर होकर रावण से लड़े उसमय समुद्र के पास गर्मी कितनी होगी लेकिन डरे नहीं क्योंकि वो शत प्रतिशत पवित्र थे आज आप गर्मी से बचने के लिए एसी का इस्तेमाल करते हैं लेकिन मालूम है एयर कंडीशनिंग गर्मी और उमस से राहत प्रदान करती है, यह कुछ स्वास्थ्य जोखिम भी पैदा कर सकती है। लंबे समय तक एसी के संपर्क में रहने से त्वचा शुष्क हो सकती है, निर्जलीकरण हो सकता है और संभावित रूप से अस्थमा और एलर्जी जैसी श्वसन संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। खराब रखरखाव वाले एसी सिस्टम धूल, फफूंद और अन्य एलर्जी को भी प्रसारित कर सकते हैं, जिससे वायु की गुणवत्ता और स्वास्थ्य पर और अधिक असर पड़ता है। अतः आप वातावरण की खुली हवा से डर गए और रोग मोल ले लिया अतः आप मिलावटी हो गए क्योंकि आप ईश्वर की बात नहीं मानी, पहले आप लोअर पोस्ट पर थे सब से मिलते थे जैसे ही प्रमोशन हुआ आप अपने पुराने मित्र से मिलना छोड़ दिए और पद का घमंड हुआ लेकिन जैसे ही रिटायर होंगे बड़े लोग तो पीछे छूटे और अब आपका साथ किसी बीमारी में आपका साथ छोटे ने ही दिया बड़े लोग केवल मुँह दिखाकर चले गए अतः अब आपको समझ आया कि मैं मिलावटी था क्योंकि यदि शुद्ध होते तो घमंड नहीं होता अतः आप भगवान राम से सीखिए की वो ईश्वर का रूप थे छोटे लोगों से ही उनके टीम में थे जिसमे घमंड बिलकुल नहीं था इसलिए वो जीत गए क्योंकि वो मिलावटी लोगों से दूर हो गए क्योंकि एक मिलावटी आदमी शुद्ध आदमी को भी मिलावटी बना देगा अतः भगवान श्री राम का न्याय बिलकुल खरा है क्योंकि जब राम मंदिर बना तो राजनीति में उन्हें घसीटा और जीत तो एनडीए की हुई लेकिन उनको पूर्ण बहुमत नहीं मिला और बहुत मुश्किल से सरकार बना क्योंकि जो श्रेय ईश्वर को देना चाहिए उसे आपने अपना बना दिया और मिलावटी हो गए और देश में आपकी बदनामी हुई और आप को भी झटका लगा क्योंकि आप मिलवाटी थे नहीं तो इसका श्रेय कारसेवकों को भी देते जिन्होंने अपनी जान की परवाह ना कर राम मंदिर बनने के लिए लोहा लिया उनका बलिदान अमर है ऐ बात को समझ नहीं पाए क्योंकि वो छोटे लोग थे अतः पार्टी में मिलावटी लोगों ने ही आपका खेल बिगाड़ दिया और जब आपने उस मुद्दे को छोड़ दिया तो राज्य में आपको जीत मिली क्योंकि आप सतर्क हो गए और मिलावटी लोगों से किनारा किया जनता का सम्मान किया और जीते.अतः आज देश को जरुरत है अपने दम पर सैन्य कार्यवाही करने की क्योंकि धर्म देखकर जिस तरह गन्दा काम किया और ऐ पूर्ण रूप से पाकिस्तान का हाथ तो इनका सही इलाज करें देखें कैसे सब उगल देगा क्योंकि इस घटना के कुछ दिन पूर्व ही पाकिस्तान के सेना प्रमुख का भारत को लेकर विवादित बयान सामने आया था हाथी के पूंछ पकड़ कर कुछ हासिल नहीं होगा उसका सुड़ पकड़ने की जरुरत है तभी आप शुद्ध नजर आएंगे और भारत माता का मस्तिष्क गर्व से ऊँचा होगा। (यह लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं इससे संपादक का सहमत होना अनिवार्य नहीं है) .../ 29 अप्रैल /2025