ज़रा हटके
30-Apr-2025
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वाशिंगटन (ईएमएस)। अंतरिक्ष में एक ब्लैक होल बिना किसी साथी के अकेला भटक रहा है। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह अद्भुत और हैरतअंगेज घटना पहली बार सामने आई है, जहां एक ब्लैक होल अपने अस्तित्व को साबित करने के लिए किसी साथी के बिना गुरुत्वीय माइक्रोलेंसिंग का सहारा लेता है। यह अकेला ब्लैक होल लगभग 4,958 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है और इसकी गति 51 किलोमीटर प्रति सेकंड है। इसका वजन करीब सात सूर्यों के बराबर है। आमतौर पर ब्लैक होल या तो किसी तारे के साथ होते हैं या फिर अन्य ब्लैक होल के साथ मिलकर गुरुत्वीय तरंगें उत्पन्न करते हैं। लेकिन इस ब्लैक होल ने अपने अस्तित्व का पता गुरुत्वीय माइक्रोलेंसिंग के द्वारा दिया। इसकी विशाल गुरुत्वाकर्षण शक्ति ने एक बैकग्राउंड स्टार की रोशनी को मोड़ा और कुछ समय के लिए उस तारे की स्थिति को बदल दिया, जिससे वैज्ञानिकों को यह संकेत मिला कि वहां कुछ अदृश्य और बेहद शक्तिशाली मौजूद है। यह घटना 2011 में शुरू हुई, जब दो अलग-अलग सर्वे – ओग्ले और एमओए ने इस अजीब घटना को नोटिस किया। इसके बाद हबल स्पेस टेलीस्कोप ने छह साल तक इस पर नजर रखी और विभिन्न टेलीस्कोप से डेटा इकट्ठा किया। शुरुआती विश्लेषण में यह पाया गया कि यह वाकई एक अकेला ब्लैक होल है, जिसका वजन लगभग 7.1 सूर्यों के बराबर है और यह पृथ्वी से करीब 5153 प्रकाश वर्ष दूर है। 2022 में एक नई स्टडी आई, जिसमें इस ब्लैक होल का वजन 1.6 से 4.4 सूर्यों के बीच बताया गया था। इससे यह संभावना जताई गई कि यह कोई न्यूट्रॉन स्टार हो सकता है, लेकिन इस दावे ने वैज्ञानिकों को फिर से जांच करने पर मजबूर कर दिया। अब ताजा अध्ययन से सारी शंकाओं का समाधान हो गया है। इसके बाद यह पुष्टि हो गई कि यह वाकई एक अकेला ब्लैक होल है, जिसका वजन 7.15 सूर्यों के बराबर है और यह 4958 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है। वैज्ञानिकों ने यह भी सुनिश्चित किया कि इस ब्लैक होल के आसपास कोई साथी नहीं है। उन्होंने 2000 खगोलीय इकाइयों की दूरी तक सर्च किया, लेकिन वहां कोई भी वस्तु नहीं मिली जो 0.2 सौर द्रव्यमान से बड़ी हो। हालांकि यह पहला अकेला ब्लैक होल है जिसे वैज्ञानिकों ने पकड़ा है। सुदामा/ईएमएस 30 अप्रैल 2025