राष्ट्रीय
02-May-2025


लखनऊ (ईएमएस)। एक ओर जहां पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में भारतीय वायुसेना ने गंगा एक्सप्रेस-वे पर अपने लड़ाकू विमान उतारकर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। खराब मौसम के बावजूद करीब 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी पर विमानों की लैंडिंग और टेक-ऑफ की प्रैक्टिस भारतीय वायुसेना के जवानों ने किया। इस एक्सप्रेस वे की खासियत यह है कि यह लड़ाकू विमानों को दिन और रात दोनों समय में उड़ान भरने की सुविधा प्रदान करता है। अपनी इस अनूठी क्षमता के कारण यह देश में इस तरह की पहली हवाई पट्टी बन गई है। अब तक लखनऊ-आगरा और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर इसी तरह की आपातकालीन लैंडिंग ड्रिल की जा चुकी है, लेकिन वे दिन के समय तक ही सीमित थीं। विभिन्न स्कूलों के बच्चे और कुछ स्थानीय लोग भी एक्सप्रेसवे पर विस्मयकारी उड़ान प्रदर्शनों को देखने के लिए एकत्र हुए। इससे पहले इटावा, उन्नाव और सुलतानपुर में स्थित एक्सप्रेसवे पर भारतीय वायुसेना के विमान उतरते रहे हैं, लेकिन अब भारतीय वायुसेना ने शाहजहांपुर स्थित गंगा एक्सप्रेसवे पर लड़ाकू विमानों को उतारकर इतिहास रच दिया है। दिन में हो रहा यह अभ्यास रात के समय भी होगा। आज वायुसेना की तरफ से किए गए युद्धस्तरीय अभ्यास से मिराज, राफेल और जगुआर, एसयू-30 एमकेआई, मिराज-2000, मिग-29, जगुआर, सी-130जे सुपर हरक्यूलिस, एएन-32 और एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर जैसे लड़ाकू विमानों के दमखम की जानकारी भी आम लोगों के सामने आई है। उल्लेखनीय है कि मेरठ से लेकर प्रयागराज तक बन रहा गंगा एक्सप्रेस-वे शाहजहांपुर के जलालाबाद क्षेत्र से होकर निकला है। यहीं जलालाबाद क्षेत्र में हाईवे पर बनाई गई हवाई पट्टी पर दोपहर करीब 12 बजकर 41 मिनट पर वायुसेना का एएन-32 विमान पहुंचा। इस दौरान विमान ने करीब पांच मिनट तक चक्कर लगाए। इसके बाद हवाई पट्टी पर लैंडिंग की। करीब एक बजे विमान यहां से टेकऑफ कर गया। राज्य सरकार के अधिकारियों का मानना है कि अभ्यास की सफलता से यह भी पता चलेगा कि एक्सप्रेसवे आपात स्थिति के दौरान वैकल्पिक रनवे के रूप में काम कर सकता है, जिससे भारतीय वायुसेना का परिचालन संबंधी लचीलापन बढ़ेगा। इस एक्सप्रेसवे पर 250 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, ताकि सुरक्षा और निगरानी को पुख्ता किया जा सके। इस कार्यवाही की निगरानी के लिए शीर्ष रक्षा और राज्य अधिकारी भी मौजूद थे। वायुसेना के इस शक्ति प्रदर्शन को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। जितेन्द्र 02 मई 2025