नई दिल्ली (ईएमएस)। एक पुरानी कहावत है कि चाय से चाह और पान से मान बढ़ता है इस लिए आने वाले मेहमान हो या दोस्त सभी को चाय-पान कराया जाता हैं। आज चाय, जो हमारे रोजमर्रा के जीवन का अहम हिस्सा बन चुकी है, किसी खास मौके पर या दोस्तों के साथ महफिल में, हर स्थिति में चाय का प्याला हाथ में जरूर होता है। स्वाद और लत का अद्भुत संगम है चाय, क्या आपने कभी सोचा है कि इस चाय में ऐसा कौन सा खास गुण है जो हमें इसकी लत तक लगा देता है? सभी प्रकारों की चाय में एक समानता है इनमें कैफीन पाया जाता है। यही कैफीन चाय को एडिक्टिव बना देता है। कैफीन हमारे शरीर में ऊर्जा का संचार करता है, जिससे हम ताजगी महसूस करते हैं, लेकिन यही आदत इसे लत का रूप भी दे देती है। इसके अलावा, चाय में टैनिन भी पाया जाता है, जो शरीर में आयरन के अवशोषण को रोकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि चाय में खुद कोई महत्वपूर्ण न्यूट्रिशनल वैल्यू नहीं होती। इसमें माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की मात्रा बहुत ही कम होती है, और असल पोषण तो चाय में डाले गए दूध और चीनी से प्राप्त होता है, न कि चाय की पत्तियों से। हालांकि, ग्रीन टी और हर्बल टी में कुछ विशेष गुण होते हैं। ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे केटाचिन होते हैं, जो इम्यूनिटी को बूस्ट करने, वजन घटाने और मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने में मदद करते हैं। हर्बल टी में तुलसी और काली मिर्च जैसे औषधीय हर्ब्स होते हैं, जिनका स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। कई बार चाय का सेवन हानिकारक भी हो सकता है क्योकि चाय का सेवन संतुलिस और सही समय पर किया जाना चाहिए। यहॉ विशेष रूप से ध्यान देने वाली बात है, क्योंकि अगर आपने भोजन के तुरंत बाद चाय पी, तो यह आपके शरीर द्वारा पोषक तत्वों के अवशोषण में रुकावट डाल सकती है, और शरीर को आवश्यक तत्व नहीं मिल पाते। इसलिए, चाय का सेवन एक आदत बन चुकी है, लेकिन इसे संतुलित और सही समय पर पीना बहुत जरूरी है। अगर चाय का सेवन सही तरीके से किया जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकती है, लेकिन भोजन के बाद इसे पीने से बचना चाहिए ताकि यह शरीर के पोषक तत्वों के अवशोषण में कोई बाधा न डाले। डेविड/ईएमएस 03 मई 2025