नागरिकों को हमले से बचाने की दी जाएगी ट्रेनिंग, चेतावनी वाले बजेंगे सायरन नई दिल्ली,(ईएमएस)। सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल को लेकर गृह मंत्रालय में हाईलेवल बैठक की। केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता में बैठक में राज्यों के मुख्य सचिव, सिविल डिफेंस चीफ समेत कई हाई रैंक ऑफिसर शामिल हुए। केंद्र सरकार ने 7 मई यानी बुधवार को देश के अधिकांश जिलों में मॉक ड्रिल कराने का फैसला है। इसमें नागरिकों को हमले के दौरान खुद को बचाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाए जाएंगे। पाकिस्तान से युद्ध की आशंकाओं के बीच भारत को रूस से जंगी जहाज तमल भी मिल जाएगा। रूस 28 मई को इसे भारतीय नौसेना को सौंपेगा। यह जंगी जहाज ब्रह्मोस मिसाइल से लैस होगा, जो रडार की पकड़ में भी नहीं आएगा। इधर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि भारत एलओसी पर किसी भी समय सैन्य कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी राजनीतिक फायदे के लिए क्षेत्र को परमाणु युद्ध के कगार पर धकेल रहे हैं। भारत-पाकिस्तान के बीच पहलगाम हमले के बाद तनाव बढ़ता जा रहा है। इस हमले में 28 टूरिस्ट मारे गए थे। देश में पिछली बार ऐसी मॉक ड्रिल 1971 में हुई थी। तब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था। यह मॉक ड्रिल युद्ध के दौरान हुई थी। हालांकि रविवार-सोमवार रात पंजाब के फिरोजपुर छावनी में ब्लैकआउट प्रैक्टिस की गई। इस दौरान गांवों और मोहल्लों में रात 9 बजे से 9:30 बजे तक बिजली बंद रही। सिराज/ईएमएस 06मई25 ----------------------------