राष्ट्रीय
13-May-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। गर्मियों में आमतौर पर सड़क किनारे, दुकानों या ठेलों पर गन्ने का जूस आसानी से मिल जाता है और इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह शरीर को ठंडा रखने, ऊर्जा देने और हाइड्रेट करने में मदद करता है। गर्मियों के मौसम में जब तापमान तेज़ी से बढ़ता है और शरीर लू, डिहाइड्रेशन और थकावट से जूझता है, तब गन्ने का जूस एक बेहद राहत देने वाला और सुलभ विकल्प बन जाता है। यह एक प्राकृतिक पेय है जो न केवल स्वाद में बेहतरीन होता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। इसमें प्राकृतिक ग्लूकोज, इलेक्ट्रोलाइट्स और कई आवश्यक खनिज (मिनरल्स) होते हैं जो गर्मी से लड़ने की शरीर की क्षमता को मजबूत बनाते हैं। यह शरीर को लू से बचाने में मदद करता है और बार-बार प्यास लगने की समस्या को भी कम करता है। गन्ने का रस सिर्फ ठंडक देने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पाचन को बेहतर करता है और पेट की जलन व एसिडिटी को शांत करता है। यह लिवर के लिए भी फायदेमंद माना गया है, खासकर आयुर्वेद में इसे पीलिया जैसी बीमारियों में उपयोगी बताया गया है क्योंकि यह लिवर डिटॉक्स में मदद करता है। साथ ही, यह थकावट के समय तुरंत एनर्जी बूस्ट करता है और कमजोरी से राहत देता है। हालांकि गन्ने का रस सभी के लिए फायदेमंद नहीं होता। डायबिटीज़ के मरीज़ों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें प्राकृतिक शर्करा की मात्रा अधिक होती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। इसके अलावा फंगल इन्फेक्शन वाले मरीजों को भी इसे पीने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर तब जब रस साफ-सफाई के बिना तैयार किया गया हो। किडनी से संबंधित रोगियों को अधिक मात्रा में इसका सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन पैदा कर सकता है। जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, उन्हें भी गन्ने के रस का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए क्योंकि इसमें कैलोरी अपेक्षाकृत ज्यादा होती है। खाली पेट इसका सेवन करने से गैस या अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए इसे भोजन के बाद या स्नैक्स के साथ लेना बेहतर होता है।गन्ने का रस लेते समय हमेशा ताजा और स्वच्छ स्थान से लेना चाहिए। बाहर से जूस लेते समय बर्फ का प्रयोग न करें या कम करें क्योंकि अशुद्ध बर्फ पेट की समस्याएं पैदा कर सकती है। सुदामा/ईएमएस 13 मई 2025