हेमंत खंडेलवाल मप्र भाजपा के नए अध्यक्ष -राजीव बिंदल हिमाचल, महेंद्र भट्ट को उत्तराखंड की कमान, तेलंगाना में विरोध के बाद भी रामचंद्र राव प्रदेशाध्यक्ष बने नई दिल्ली/भोपाल (ईएमएस)। भाजपा ने मंगलवार को 9 राज्यों में से 4 राज्य हिमाचल, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में निर्विरोध प्रदेशाध्यक्ष को चुन लिया है। इसके अलावा, मप्र में हेमंत विजय खंडेलवाल ने भी निर्विरोध नामांकन भरा। बुधवार को उनकी जीत का ऐलान किया जाएगा। हिमाचल में राजीव बिंदल को को तीसरी बार कमान दी गई है। वहीं, महेंद्र भट्ट दूसरी बार उत्तराखंड अध्यक्ष बने। आंध्रप्रदेश में पीएनवी माधव और तेलंगाना में रामचंद्र राव को चुना गया है। महाराष्ट्र में रवीद्र चाव्हाण के नाम का ऐलान होना बाकी है। तेलंगाना में रामचंदर राव को प्रत्याशी बनाए जाने पर विवाद हुआ था। गोशामहल से विधायक टी राजा ने विरोध करते हुए सोमवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। 2 दिन में 9 राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की तस्वीर साफ हो जाएगी। भाजपा के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव 50 प्रतिशत राज्यों में चुनाव होने के बाद ही होता है। फिलहाल भाजपा की 37 मान्यता प्राप्त स्टेट यूनिट हैं। इनमें से अब तक 14 राज्यों में अध्यक्ष चुने जा चुके हैं। मंगलवार को 19 राज्यों के अध्यक्ष चुन लिए जाएंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष जुलाई में चुने जा सकते हैं। सीएम मोहन ने जमा करवाया नामांकन बता दें कि हेमंत खंडेलवाल ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ धर्मेंद्र प्रधान, विवेक शेजवलकर और सरोज पांडे के सामने नामांकन दाखिल किया। बतौर प्रस्तावक मुख्यमंत्री ने नामांकन जमा करवाया। उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी उनके प्रस्तावक बने। इस दौरान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, जगदीश देवड़ा, प्रह्लाद पटेल, सावित्री ठाकुर भी मौजूद रहे। हेमंत खंडेलवाल का सिंगल नामांकन दाखिल हुआ। विरासत में मिली राजनीति खंडेलवाल मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मथुरा के रहने वाले हैं। उनका जन्म 3 सितंबर 1964 को मथुरा में हुआ था। खंडेलवाल को राजनीति और समाजसेवा के संस्कार अपने पिता स्वर्गीय विजय कुमार खंडेलवाल से विरासत में मिले हैं। विजय कुमार खंडेलवाल भाजपा से सांसद रह चुके हैं। पिता के निधन के बाद हेमंत खंडेलवाल ने उनकी राजनीतिक और समाजिक विरासत संभाली। हेमंत अपने पिता के समय से ही जनसेवा के लिए समर्पित रहे हैं। हेमंत खंडेलवाल बैतूल विधानसभा सीट से विधायक हैं। साफ छवि और संघ से जुड़ाव उनके नए प्रदेश अध्यक्ष बनने की वजह बताई गई। उनके पिता विजय कुमार खंडेलवाल बीजेपी के दिग्गज नेता थे और बैतूल से सांसद थे। 2008 में उनके निधन के बाद हेमंत खंडेलवाल पूरी तरह से राजनीति में सक्रिय हुए थे। वह पिता के निधन के बाद 2008 में पहली बार लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने थे। इसके बाद 2013 के विधानसभा चुनाव में वह बैतूल विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक चुने गए थे। जबकि 2023 में वह दूसरी बार बैतूल विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक चुने गए हैं। जनसेवा से बनाई अपनी पहचान हेमंत खंडेलवाल ने अपने राजनीतिक जीवन में हमेशा जनता की समस्याओं को प्राथमिकता दी है। क्षेत्र के विकास, सडक़, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल और किसानों के मुद्दों पर वे हमेशा मुखर और सक्रिय रहे हैं। उनके प्रयासों से बैतूल में कई विकास योजनाएं क्रियान्वित की गईं, जिनका आमजन को सीधा लाभ मिला है।