36 युद्धपोत, 7 विध्वंसक, 7 फ्रिगेट, पनडुब्बियों हमले को तैयार नई दिल्ली (ईएमएस)। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारतीय नौसेना की अब तक की सबसे व्यापक समुद्री कार्रवाई के रूप में सामने आया। ऑपरेशन के दौरान भारतीय नौसेना ने 36 युद्धपोत, 7 विध्वंसक, 7 फ्रिगेट, पनडुब्बियों और हमला नौकाओं के साथ आईएनएस विक्रांत के नेतृत्व में एक विशाल कैरियर बैटल ग्रुप तैनात किया। आईएनएस विक्रांत, भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत, मिशन का मुख्य आधार रहा। यह युद्धपोत मिग-29के लड़ाकू विमान, कामोव हेलीकॉप्टर और उन्नत हवाई चेतावनी प्रणालियों से सुसज्जित है। इसके साथ तैनात विध्वंसक और फ्रिगेट्स ने अरब सागर में कराची तट के पास अभेद्य समुद्री घेरा बना दिया। भारतीय नौसेना द्वारा तैनात सात विध्वंसक जिसमें आईएनएस कोलकाता, आईएनएस चेन्नई जैसे कोलकाता क्लास युद्धपोत शामिल थे। ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल, एमआरएसएएम और वरुणास्त्र टॉरपीडो जैसे हथियारों से लैस थे। ब्रह्मोस मिसाइल, जिसकी रेंज 450 किमी और गति 2.8 मैक है, ने कराची बंदरगाह सहित कई पाकिस्तानी सामरिक ठिकानों को निशाना बनाने की तैयारी कर ली थी। इतिहास दोहराने को तैयार थी नौसेना 1971 के भारत-पाक युद्ध में जब ऑपरेशन ट्राइडेंट और ऑपरेशन पायथन के जरिए भारतीय नौसेना ने कराची बंदरगाह पर कहर बरपाया था, तब सिर्फ 6 युद्धपोत तैनात थे। ऑपरेशन सिंदूर में यह संख्या छह गुना बढ़कर 36 हो गई, जो यह दिखाती है कि भारत की समुद्री शक्ति कितनी व्यापक और उन्नत हो चुकी है। आशीष दुबे / 14 मई 2025