इंदौर,(ईएमएस)। इंदौर में सहायक प्राध्यापक परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने के लिए बुधवार को अभ्यर्थी एमपीपीएससी ऑफिस पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से मिलकर ज्ञापन सौंपने की इच्छा जाहिर की। जिसके बाद ऑफिस के गेट पर ही अधिकारियों ने ज्ञापन स्वीकार किया। अभ्यर्थियों ने मांग की है कि सहायक प्राध्यापक परीक्षा की प्रस्तावित तारीख, 1 जून 2025, को आगे बढ़ाया जाए। इस मांग के समर्थन में अभ्यर्थियों ने पांच कारण भी ज्ञापन में बताए हैं। फिलहाल आयोग की ओर से उन्हें आश्वासन दिया गया है। सहायक प्राध्यापक परीक्षा 2022 के कई विषयों के परिणाम अभी तक घोषित नहीं हुए हैं। इससे वे अभ्यर्थी, जो पहले ही परीक्षा में सफल हो चुके हैं या जिनके सफल होने की संभावना अधिक है, फिर से परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। इससे नए अभ्यर्थियों के साथ अन्याय होगा, क्योंकि मुख्य परीक्षा में वेटिंग लिस्ट जारी नहीं होती और इसके बाद नए छात्र मुख्य परीक्षा में असफल हो सकते हैं। कुछ विषयों के साक्षात्कार अभी भी जारी हैं, जबकि कुछ विषयों के साक्षात्कार की तारीखें अभी तक घोषित नहीं की गई हैं। इससे छात्रों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। मध्यप्रदेश राज्य पात्रता परीक्षा (एमपीएसईटी) के नियम मुताबिक, एनईटी या एमपीएसईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी फॉर्म नहीं भर सकते ताकि नए छात्रों को मौका मिल सके। इस तरह, सहायक प्राध्यापक परीक्षा में भी जो अभ्यर्थी एक बार पास हो चुके हैं, उन्हें दोबारा परीक्षा में शामिल नहीं होना चाहिए। यह तभी संभव है जब परीक्षा से पहले रिजल्ट जारी कर दिए जाएं। सहायक प्राध्यापक की वैकेंसी हर साल नहीं आती। अब तक केवल 1991, 2017 और 2022 में ही यह परीक्षा आयोजित की गई है। इसलिए, 2022 की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण होने से पहले नई परीक्षा आयोजित नहीं की जानी चाहिए। आशीष दुबे / 14 मई 2025