नई दिल्ली (ईएमएस)। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ऑस्ट्रिया की विदेश मंत्री बियाटे मींल-रेसिंगर से फोन पर बातचीत की। यह बातचीत मुख्य रूप से आतंकवाद, न्यूक्लियर ब्लैकमेल और यूक्रेन युद्ध जैसे अहम वैश्विक मुद्दों पर केंद्रित रही। जयशंकर ने इस बातचीत की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा करते हुए लिखा कि उन्होंने ऑस्ट्रियाई विदेश मंत्री को उनकी नियुक्ति पर बधाई दी और बातचीत की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति और न्यूक्लियर ब्लैकमेल के खिलाफ कड़े विरोध पर सहमति बनी है। इसके साथ ही उन्होंने भारत और ऑस्ट्रिया के मजबूत द्विपक्षीय संबंधों और यूक्रेन संघर्ष पर भी चर्चा की। ऑस्ट्रियाई विदेश मंत्री बियाटे मींल-रेसिंगर ने भी एक्स पर बातचीत को लेकर जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से फोन पर अच्छी बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रिया और भारत अपने मजबूत संबंधों को और आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा दोहराई और पाकिस्तान के साथ युद्धविराम (सीजफायर) तनाव को कम करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया। उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन में शांति बहाल करने के सामूहिक प्रयासों पर चर्चा हुई और रूस से हिंसा रोकने तथा सीजफायर पर सहमत होने की अपील की। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि भारत किसी भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा। अगर न्यूक्लियर ब्लैकमेल की आड़ में आतंकी गतिविधियां चलती रहीं, तो भारत उन पर सटीक और निर्णायक प्रहार करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय सेना, वायुसेना, नौसेना, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स और अर्धसैनिक बल पूरी तरह अलर्ट पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद अब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की आतंक के खिलाफ नई नीति है, जिसने इस लड़ाई को एक नया पैमाना ‘न्यू नॉर्मल’ दे दिया है। सुबोध\१४\०५\२०२५