राज्य
15-May-2025
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गरियाबंद(ईएमएस)। जिले से 9 महीने पहले रहस्यमय हालात में लापता हुई एक नाबालिग युवती मंगलवार की रात अचानक अपने घर लौट आई है। यह वही मामला है जिसमें पुलिस ने अपहरण और हत्या की आशंका के चलते गांव के श्मशान में एक कब्र तक खुदवा दी थी। मामला अगस्त 2024 का है, जब ग्राम चलना पदर में अपनी बुआ के घर रह रही किशोरी अचानक लापता हो गई थी। परिजनों की शिकायत पर देवभोग पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के दौरान युवती के कॉल डिटेल खंगालने पर गांव के ही 40 वर्षीय पड़ोसी लालधर गौड़ पर संदेह हुआ, जिसे 31 जनवरी 2025 को हिरासत में लिया गया था। पूछताछ के दौरान आरोपी के गोलमोल जवाबों के चलते पुलिस को हत्या की आशंका हुई और उसकी निशानदेही पर गांव के श्मशान में एक पुरानी कब्र खुदवाई गई। कार्यपालिक दंडाधिकारी की मौजूदगी में खोदी गई कब्र से एक कंकाल बरामद हुआ, लेकिन जांच में स्पष्ट हुआ कि वह कंकाल करीब 10 साल पुराना था। इसके बाद पुलिस ने जांच की दिशा बदल दी थी। अब युवती के सकुशल लौट आने से पूरा मामला एक नए मोड़ पर आ गया है। युवती ने पुलिस को बताया है कि वह बालोद जिले में अपने एक रिश्तेदार के घर रह रही थी। फिलहाल वह बालिग हो चुकी है, और पुलिस ने उसका बयान न्यायालय में बीएनएस की धारा 183 के तहत दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। देवभोग थाना प्रभारी फैजुल होदा शाह ने बताया कि युवती के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यदि किसी प्रकार का अपराध उजागर होता है तो उच्च अधिकारियों के निर्देश पर आगे की कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इस मामले में पूर्व में गिरफ्तार किए गए लालधर गौड़ को लेकर आदिवासी विकास परिषद ने विरोध जताया था। 27 मार्च को समाज के नेताओं लोकेश्वरी नेताम और संजय नेताम के नेतृत्व में देवभोग थाने का घेराव किया गया था। आरोप लगाया गया था कि पुलिस हिरासत में लालधर को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, जिससे उसका एक पैर भी टूट गया था। अब जब युवती खुद लौट आई है, तो पुलिस मामले की जांच तथ्यों के आधार पर दोबारा शुरू करने की बात कह रही है। पूरे घटनाक्रम ने न केवल पुलिस जांच की दिशा को पलटा है, बल्कि न्याय प्रक्रिया पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सत्यप्रकाश(ईएमएस)15 मई 2025