- उपस्थित ग्रामीणों ने परियोजना के पक्ष में दिया खुलकर समर्थन - प्रस्तावित संयंत्र से काफी संख्या में मिलेंगे नौकरी और स्वरोजगार के मौके - कंपनी ने क्षेत्र में सामुदायिक विकास एवं पर्यावरण के प्रति जताई अपनी प्रतिबद्धता अनूपपुर (ईएमएस)। जिले के कोतमा तहसील अन्तर्गत ग्राम छतई, मझटोलिया और उमरदा स्थित अनूपपुर थर्मल एनर्जी (म.प्र.) प्राइवेट लिमिटेड के प्रस्तावित 3200 (4x800) मेगावाट कोयला आधारित अल्ट्रा सुपर थर्मल पावर प्लांट के विस्तार के लिए गुरुवार को पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु आयोजित जनसुनवाई सफलता पूर्वक सम्पन्न हो गई। अनूपपुर जिला के अपर कलेक्टर दिलीप कुमार पाण्डेय, मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी मुकेश श्रीवास्तव एवं अनूपपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोहम्मद इसरार मंसूरी की उपस्थिति में छतई रोड, मझौली गांव में आयोजित इस लोक सुनवाई में परियोजना प्रभावित तीन गांवों छतई, मझटोलिया और उमरदा के काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। लगभग 1500 ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों ने परियोजना का खुलकर समर्थन किया। मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, शहडोल द्वारा आयोजित इस लोक सुनवाई में परियोजना के आसपास के लोगों ने सामाजिक और आर्थिक विकास के बारे में अपने विचार रखे। उन्होंने इस संयंत्र से क्षेत्र में विकास के नए आयाम खुलने के साथ ही बहुत सारे लोगों को नई नौकरियां मिलने की संभावनाओं और स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होने की उम्मीद जताई। इस मौके पर अदाणी पॉवर की तरफ से कई अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने परियोजना के लिए उठाये जानेवाले पर्यावरणीय उपायों एवं सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत उठाये जानेवाले कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया। लोक सुनवाई के सफल होने पर उपस्थित लोगों ने खुशी जाहिर की। कोठी पंचायत के उप सरपंच शिव कुमार शर्मा ने कहा कि, “अदाणी ग्रुप की अनूपपुर थर्मल एनर्जी (म.प्र.) प्राइवेट लिमिटेड के आने से हमारे गांव के हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा और उन्हें रोजी रोटी के लिए प्रतिदिन बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। जबकि कोठी पंचायत के प्रज्ञान्त सिंह का कहना है कि, हम ग्रामीण खुश हैं कि परियोजना के आने से किसान के साथ-साथ स्थानीय युवाओं को भी रोजगार मिलेगा। स्थानीय ग्रामीण नरेश कुशवाहा ने कहा कि, हम परियोजना के समर्थन में हैं साथ ही अनुरोध किया कि कंपनी द्वारा इस क्षेत्र के लोगों के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा एवं रोजगार का विशेष ख्याल रखा जाना चाहिए क्योंकि प्लांट के आने से इस क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। मझौली पंचायत की सरपंच चंदा पनिका ने कहा कि, “किसानों के हितों का ख्याल रखा जाना चाहिए, उस आधार पर पूरा पंचायत प्रोजेक्ट का समर्थन करेगी। पर्यावरण प्रबन्ध योजना के तहत यहाँ कुल 123 हेक्टेयर (कुल भूखंड क्षेत्र का 33 %) में वृक्षारोपण होगा एवं हरित पट्टिका का विकास होगा। धूल पैदा करने वाले क्षेत्रों में नियमित पानी का छिड़काव किया जायेगा। वायु उत्सर्जन के लिए सरकार के निर्धारित नियमों एवं मानकों की अनुपालन की जाएगी साथ ही जल संसाधनों पर प्रभाव नगण्य होगा। कोयला भंडारण के क्षेत्र में विंड ब्रेकिंग वॉल एवं ड्राई फॉग सिस्टम की व्यवस्था होगी। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के छतई, मझटोलिया और उमरदा ग्राम में 3200 (4x 800) मेगावाट कोयला आधारित अल्ट्रा सुपर थर्मल पावर प्लांट प्रस्तावित है। इससे मध्य प्रदेश सहित पूरे देश में बिजली की मांग में हो रही लगातार वृद्धि को पूरा करने में मदद मिलेगी एवं तेजी से आर्थिक विकास होगा। सामाजिक सरोकारों के तहत इस क्षेत्र में अदाणी फाउंडेशन के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका उन्नयन और ढांचागत विकास के कई कार्यक्रमों का संचालन हो रहा है।गांव की महिलाओं एवं युवाओं को नौकरी के साथ साथ कई स्वरोजगार कार्यों से जोड़ा जा रहा है। अदाणी फाउंडेशन की समुदायिक सहभागिता के स्वास्थ्य, शिक्षा आजीविका उन्नयन कार्यक्रमों के द्वारा नजदीक के सभी ग्रामों में लोगों का समुचित विकास होगा।