- डीएम ने लंबित नीलाम पत्रवादो के निष्पादन की स्थिति को माना दयनीय - नीलाम पत्र वादों के शीघ्र निष्पादन के दिये निर्देश मधुबनी, (ईएमएस)। मधुबनी जिला में नीलाम पत्रवादों के निष्पादन की समीक्षा के दौरान पाया गया है कि नीलाम पत्रवाद के निष्पादन की स्थिति अत्यंत दयनीय है। जिला मुख्यालय के नीलाम पत्र पदाधिकारी के स्तर पर गत सप्ताह तक लंबित वादों की कुल संख्या 3049 तथा उसमें सन्निहित राशि 26456.15 लाख थी। इस सप्ताह में कुल 25 वादों का निष्पादन किया गया। जिसमें सन्निहित राशि 140.18 लाख रुपया है. जिला में अभी भी लंबित वादों की संख्या 3024 तथा उसमें सन्निहित राशि 26315.97 लाख है। दर असल यह रिपोर्ट डीएम के साप्ताहिक बैठक की कार्यवाही से सामने आयी है। कार्यवाही में डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने कहा है कि प्रभारी पदाधिकारी जिला नीलाम पत्र शाखा मधुबनी द्वारा समर्पित प्रतिवेदन को देखने से प्रतीत होता है कि अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन द्वारा विगत कई सप्ताहों से एसएफसी से संबंधित निष्पादित वादों की संख्या शून्य है। यह अत्यंत खेदजनक स्थिति को दर्शाता है। प्रभारी पदाधिकारी जिला नीलाम पत्र शाखा मधुबनी को डीएम ने निर्देश दिया है कि अपर समाहर्ता को डीएम के स्तर से अर्ध- सरकारी पत्र भेजें कि क्यों नहीं उनके इस कृत के लिए उचित कार्रवाई की जाए। समर्पित प्रतिवेदन के अवलोकन से यह भी ज्ञात होता है कि जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, निदेशक लेखा प्रशासन, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के स्तर से भी पिछले सप्ताह में नीलाम पत्र के निष्पादन की स्थिति शून्य है। डीएम ने प्रभारी पदाधिकारी जिला नीलाम पत्र शाखा को निर्देश दिया कि जिन-जिन पदाधिकारीयों का पिछले सप्ताह में नीलाम पत्र वादों के निष्पादन की स्थिति शून्य है उनके विरुद्ध कारण पृक्षा के लिए संचिका उपस्थित करें। डीएम के कार्यवाही रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी नीलाम पत्र पदाधिकारी को संबंधित अधियाचित विभाग का रजिस्टर 9 एवं 10 का मिलान नियमित रूप से करने के लिए निर्देश दिया गया था। पर समीक्षा के क्रम में यह परिलक्षित हुआ है कि इसका नियमित रूप से पालन नहीं किया जाता है। सभी नीलाम पत्र पदाधिकारी को पुनः निर्देश दिया कि प्रत्येक माह के प्रथम सोमवार को संबंधित अधियाचित विभाग से रजिस्टर 9 एवं 10 का मिलान नियमित रूप से करने को कहा है। इस तिथि को अवकाश रहने की स्थिति में अगले कार्य दिवस को मिलान करना सुनिश्चित करें, तथा सभी नीलाम पत्र पदाधिकारी, प्रभारी पदाधिकारी जिला नीलाम पत्र शाखा को प्रतिवेदन भेजें। डीएम ने सभी निलाम पत्र पदाधिकारी को पुनः यह निर्देश दिया है कि वह सबसे पुराने एवं अधिक राशि वाले 10 वादों का चयन कर तथा प्राथमिकता के आधार पर उसकी सुनवाई करेंगे। साथ ही यथासंभव वादों की सुनवाई प्रतिदिन करें। निष्पादन की गति बढ़ाएं। समीक्षा के क्रम में यह भी ज्ञात हुआ है कि काफी संख्या में नीलाम पत्रवाद, अंचल, अनुमंडल कार्यालय के स्तर पर भी लंबित है, तथा नीलाम पत्र पदाधिकारी के द्वारा सुनवाई के पश्चात बॉडी वारंट भी निर्गत किया गया है। पर तामिला की स्थिति दयनीय है. पूर्व के बैठक में सभी नीलाम पत्र पदाधिकारी को निर्देश दिया गया था कि वारंटी की सूची बनाकर प्रत्येक महीना के 10 एवं 20 तारीख को प्रभारी पदाधिकारी जिला नीलाम पत्र शाखा को हस्तगत कराए. डीएम ने प्रभारी पदाधिकारी जिला नीलाम पत्र शाखा को निर्देश दिया कि अंचल अधिकारी ,भूमि सुधार उप समाहर्ता,अनुमंडल पदाधिकारी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर नीलाम पत्रवाद की समीक्षा कर लेंगे। साथ ही थानाध्यक्षों के साथ मद्यनिषेध से संबंधित पाक्षिक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में नीलाम पत्र पदाधिकारी के द्वारा निर्गत बॉडी वारंट के तमिला के संदर्भ में समीक्षा करेंगे। कार्तिक कुमार/संतोष झा- १६ मई/२०२५/ईएमएस