अहमदाबाद (ईएमएस)| राज्य सरकार द्वारा संचालित पहला टेली-पुनर्वास केंद्र, गुजरात मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च सोसाइटी से संबद्ध, सोला हॉस्पिटल-अहमदाबाद के अंतर्गत ऑडियोलॉजी और स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजी कॉलेज में चालू किया गया है। टेली रिहैबिलिटेशन हब का उद्घाटन पिछले वर्ष केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने किया था, जिसका उद्देश्य वाणी, श्रवण एवं भाषा विकृति विकारों के लिए थेरेपी को ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आसानी से उपलब्ध कराना है। राज्य के दूर-दराज के गांवों से बाल रोगियों को ऑडियोलॉजी कॉलेज, सोला-अहमदाबाद में वाणी, श्रवण और भाषा संबंधी विकारों से संबंधित चिकित्सा के लिए हर दिन अहमदाबाद आना पड़ता था। उनकी समस्या के समाधान के रूप में, टेली रिहैबिलिटेशन हब के माध्यम से नजदीकी केंद्रों पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ऐसे बच्चों को भाषण और भाषा चिकित्सा प्रदान करना शुरू किया गया। इसके लिए जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र (डीईआईसी) ने राज्य के दाहोद, कच्छ, वेरावल, पोरबंदर, मेहसाणा, गिर सोमनाथ, गोधरा, सूरत, वडोदरा, नर्मदा, मनसा और साणंद में केंद्र स्थापित किए हैं, जहां से बाल रोगी चिकित्सा प्राप्त कर सकते हैं। राज्य सरकार की इस पहल से बाल रोगियों को उनके नजदीकी केंद्रों पर ऑडियोलॉजी और स्पीच लैंग्वेज सोला हॉस्पिटल के विशेषज्ञों द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से थेरेपी प्रदान की जा रही है। अक्टूबर 2024 और अप्रैल 2025 के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कुल 1,255 रोगियों को वाणी, श्रवण और भाषा चिकित्सा प्रदान की गई। सतीश/16 मई