राज्य
16-May-2025


- रविवार को होगा परियोजना का उद्घाटन कल्याण, (ईएमएस)। पिछले कई सालों से कल्याण-डोंबिवली के लोगों को शहर की सफाई और कचरे की समस्या से निजात दिलाने के लिए कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका (केडीएमसी) ने चेन्नई पैटर्न लागू करने का फैसला किया है। खास बात यह है कि यह महाराष्ट्र में पहली और चेन्नई के बाद देश में दूसरी ऐसी पहल होगी। इस महत्वाकांक्षी पहल का उद्घाटन कल रविवार दिनांक 18 मई को कई गणमान्य लोगों की मौजूदगी में किया जाएगा। चेन्नई भारत का ही नहीं बल्कि लंदन के बाद दुनिया का सबसे पुराना नगर निगम है। एक ऐसा महानगर जिसका क्षेत्रफल कल्याण- डोंबिवली शहर से कई गुना बड़ा है और आबादी भी उससे करीब तीन गुना ज्यादा है। कल्याण-डोंबिवली जैसी छोटी सी जगह में घनी आबादी होने के कारण कुछ साल पहले तक यहां भी कचरे की समस्या से नागरिक और मनपा प्रशासन परेशान था। बहरहाल, जनवरी 2020 यानी कोविड काल से चेन्नई कचरा और शहर की सफाई के लिए एक अनूठी कचरा मुक्त शहर पहल को सफलतापूर्वक लागू कर रहा है। चेन्नई नगर निगम ने विश्व प्रसिद्ध संस्था उरबेसर सुमित के माध्यम से कचरा और शहर की सफाई के मामले में शहर की सूरत बदल दी है। खास बात यह है कि चेन्नई के नागरिकों ने भी इस अनूठी पहल को उतनी ही सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, जिसने पिछले चार सालों में शहर की सफाई में कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं और अब कल्याण-डोंबिवली मनपा ने भी अपने कल्याण-डोंबिवली में शहर की सफाई का वही चेन्नई पैटर्न लागू करने का फैसला किया है। इसके लिए पहले चरण में कल्याण पूर्व, डोंबिवली और कल्याण ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले मनपा के 7 प्रभागों (डी, ई, एफ, जी, एच, आई, जे वार्ड) का चयन किया गया है इससे पहले, एकत्रित किए गए कचरे के वजन के आधार पर संबंधित संस्था को भुगतान किया जाता था। हालांकि, इस नई अवधारणा के अनुसार, केडीएमसी प्रशासन द्वारा इसके लिए 45 मानदंड बनाए गए हैं। इन सभी मानदंडों और प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों की जांच के बाद ही इस कार्य के लिए भुगतान किया जाएगा और यदि वे पूरे नहीं होते हैं, तो मनपा ने संस्था के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई का प्रावधान भी किया है। इस क्षेत्र के विशेषज्ञों ने राय व्यक्त की है कि यह इस पहल का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा (यूएसपी) है। इस कचरा मुक्त शहर की अवधारणा में तीन महत्वपूर्ण मुद्दों पर अधिक जोर दिया गया है- कचरा संग्रह, परिवहन और सड़क की सफाई। विशेष रूप से, इसके लिए प्रशिक्षित जनशक्ति और प्रौद्योगिकी का अच्छा समर्थन जोड़ा गया है। यह काम 24 घंटे तीन शिफ्टों में किया जाएगा और हर घर से कचरा इकट्ठा करने का लक्ष्य है। इतना ही नहीं, शहर की मुख्य और आंतरिक सड़कों की प्रभावी सफाई के लिए कुशल जनशक्ति के साथ एक पावर स्वीपर मशीन भी शामिल की जाएगी। कचरे से जुड़ी नागरिकों की शिकायतों के लिए एक विशेष ऐप बनाया जाएगा और इस ऐप के साथ ही सोशल मीडिया या फोन के ज़रिए मिलने वाली शिकायतों का बिना देरी के समाधान करने के लिए एक इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) भी बनाया गया है। इस बीच, कल्याण- डोंबिवली मनपा के प्रशासक/आयुक्त अभिनव गोयल ने विश्वास जताया है कि चेन्नई की तर्ज पर शुरू की जा रही महाराष्ट्र की इस पहली कचरा मुक्त शहर पहल को चेन्नई की तरह कल्याण-डोंबिवली के निवासियों से भी सहज प्रतिक्रिया मिलेगी। संतोष झा- १६ मई/२०२५/ईएमएस