राष्ट्रीय
19-May-2025


आरएलडी नेता मलूक नागर ने जयराम रमेश को सुनाई खरी-खरी जयपुर,(ईएमएस)। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश के बयान को आरएलडी नेता मलूक नागर ने आड़े हाथों लिया है। नेता नागर ने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता कह रहे हैं कि कोई प्रतिनिधिमंडल जाना ही नहीं चाहिए। क्या वे नहीं चाहते कि दुनिया में पाकिस्तान बेनकाब हो? क्या वे चाहते हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता रहे? आरएलडी नेता नागर ने कहा कि जहां तक कांग्रेस सांसद जयराम रमेश का सवाल है, उनका कहना है कि उन्होंने जो चार नाम दिए थे, उनका चयन नहीं हुआ, लेकिन उन्होंने यूएन स्तर पर काम करने वाले और अधिक योग्य लोगों के नाम क्यों नहीं दिए। संसद सत्रों के दौरान हम सभी ने देखा कि कांग्रेस की सीटें खाली थीं। शशि थरूर अपना संदेश अंग्रेजी और हिंदी में स्पष्ट रूप से देते हैं। नागर ने कहा कि अभी बात देश की है, किसी पार्टी की नहीं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कांग्रेस को कौन सा सांसद पसंद आया या नहीं। बात यह है कि 140 करोड़ देशवासियों का संदेश दुनिया को कौन देगा। दूसरी बात, क्या कांग्रेस नेता रमेश मानते हैं कि कांग्रेस में बहुत सी दरारें हैं? वे यह स्वीकार कर रहे हैं कि जो सांसद जा रहे हैं, उन्हें वे कांग्रेस के सांसद नहीं मानते। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया में हमारे देश का सम्मान दांव पर लगा है और हम मजबूती से खड़े हैं। आप उसमें भी राजनीति ढूंढ रहे हैं। ऐसा करने से कांग्रेस की दुर्गति और बुरी होने वाली है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश ने पार्टी सांसद शशि थरूर पर परोक्ष रूप से निशाना साधकर कहा कि ‘कांग्रेस में होना और कांग्रेस का होना, दोनों में जमीन-आसमान का फर्क है’। ये बयान तब आया जब केंद्र ने शशि थरूर को पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद पर भारत की स्थिति को वैश्विक मंचों पर रखने के लिए डेलिगेशन में शामिल किया है। घटनाक्रम के बाद कांग्रेस सांसद रमेश ने कहा कि जब किसी सांसद को किसी सरकारी प्रतिनिधिमंडल में भेजा जाता है, तब पार्टी से सहमति लेना एक लोकतांत्रिक परंपरा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने कांग्रेस से चर्चा किए बिना शशि थरूर का नाम सूची में शामिल किया। कांग्रेस नेता रमेश ने कहा कि गेंद अब सरकार के पाले में है। आशीष दुबे / 19 मई 2025