इन्दौर (ईएमएस)। विवादों के समाधान हेतु मध्यस्थता प्रक्रिया का चयन करने के लिए सामाजिक जागृति बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। जनमानस में मध्यस्थता से मामले निराकृत कराने की मानसिकता का विकास होगा, तभी मध्यस्थता का लाभ पक्षकारों को प्राप्त हो सकेगा। इस आशय के विचार प्रशासनिक न्यायाधिपति मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय खंडपीठ इन्दौर एवं अध्यक्ष उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति इन्दौर न्यायाधिपति विवेक रुसिया ने मीडिएशन एंड कंसिलेशन प्रोजेक्ट कमेटी सुप्रीम कोर्ट नई दिल्ली द्वारा मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण इन्दौर के संयुक्त तत्वावधान में न्यायाधीशों के लिये सोमवार से शुरू हुए 40 घंटे के मीडिएशन ट्रेनिंग कार्यक्रम के शुभारंभ सत्र को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। इसके साथ ही प्रशासनिक न्यायाधिपति रुसिया ने बताया कि मध्यस्थता प्रक्रिया से मामलों का निराकरण कराना उन्हें रुचिकर लगता है तथा स्वयं भी मध्यस्थता प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक हैं। मध्यस्थता को इन्दौर में गति देने के लिए लगातार प्रयासरत रहते हैं। न्यायाधिपति रुसिया ने कहा कि मध्यस्थता से मामलों का निराकरण करना निर्णय करने की अपेक्षा कठिन है, क्योंकि मध्यस्थता से मामले के निराकरण में दोनों पक्षों की जीत सुनिश्चित करनी होती है। न्यायाधिपति रुसिया ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में आये न्यायाधीश प्रतिभागियों को अपने न्यायालयों में मध्यस्थता प्रक्रिया को प्राथमिकता दिये जाने का सुझाव भी दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण इन्दौर अजय श्रीवास्तव द्वारा की गयी। प्रशिक्षण के दौरान श्रीमती नीना खरे ने भी मध्यस्थता प्रक्रिया पर अपने विचार रखें। इन्दौर के होटल वॉव क्रेस्ट में आज 19 मई से 23 मई तक 40 घंटे का यह मीडिएशन ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। मध्यस्थता प्रशिक्षण कार्यक्रम में एमसीपीसी सुप्रीम कोर्ट नई दिल्ली के वरिष्ठ मध्यस्थता प्रशिक्षकों श्रीमती नीना खरे तथा राजेश दास द्वारा मध्यस्थता तकनीकी की बारीकियों, मध्यस्थता द्वारा अनुसरित की जाने वाली प्रक्रिया, मध्यस्थता के लिए उपयुक्त प्रकरण आदि विषय पर विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ प्रशासनिक न्यायाधिपति विवेक रुसिया द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण इन्दौर अजय श्रीवास्तव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण इन्दौर सचिव शिवराज सिंह गवली, जिला रजिस्ट्रार मृणाल मोहित, एमसीपीसी सुप्रीम कोर्ट नई दिल्ली के प्रशिक्षक राजेश दास एवं श्रीमती नीना खरे सहित जिला न्यायालय इन्दौर, देवास, सिविल न्यायालय डॉ. अंबेडकर नगर, देपालपुर तथा सांवेर से आये न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारी उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट लीगल एड डिफेंस काउंसिल सुश्री सौम्या सिंह बघेल तथा आभार प्रदर्शन जिला विधिक सहायता अधिकारी दीपक शर्मा द्वारा व्यक्त किया गया। उमेश/पीएम/19 मई 2025