राज्य
19-May-2025
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- अबतक 51 इमारतों नहीं हुआ स्ट्रक्चरल ऑडिट उल्हासनगर, (ईएमएस)। हर साल उल्हासनगर महानगरपालिका प्रशासन खतरनाक इमारतों की पहचान कर उसकी सूची जारी करती है। इस साल भी मनपा प्रशासन द्वारा 243 खतरनाक इमारतों की सूची जारी की है। इनमें दो इमारतें अत्यंत खतरनाक बताई जा रही है। जबकि 51 इमारतों का अबतक स्ट्रक्चरल ऑडिट नहीं हुआ है। वहीं ऐसी 37 इमारतें हैं जिनकी तत्काल मरम्मत की आवश्यकता है। जबकि 208 ऐसी इमारतें हैं जिन्हें खाली किये बिना जिनकी संरचनात्मक रूप से मरम्मत किया जा सकता है। मालूम हो कि बीते कुछ वर्षों के दौरान उल्हासनगर शहर में कुछ इमारतों के गिरने तो कुछ इमारतों के स्लैब ढ़हने की घटनाएं घट चुकी हैं। इस हादसे में दर्जनों लोगों की अबतक मौत भी गई है तो दर्जनों लोग घायल हुए हैं। पुनर्विकास का मुद्दा अबतक हल नहीं होने के चलते नागरिक भी जान जोखिम में डालकर खतरनाक इमारतों में रहने के लिए विवश हैं। आईये जानते हैं प्रभागवार इमारतों की स्थिति- - प्रभाग एक में इमारत खाली कर संरचनात्मक दुरुस्ती करने वाली 7 इमारतें हैं। जबकि बिना इमारत खाली किये संरचनात्मक दुरुस्ती करने वाली 76 इमारतें हैं। वहीं दो इमारतें की मामूली मरम्मत की जरुरत हैं। - प्रभाग दो में अति धोखादायक 1 इमारत है। इमारत खाली कर संरचनात्मक दुरुस्ती करने वाली 13 इमारतें हैं। जबकि बिना इमारत खाली किये संरचनात्मक दुरुस्ती करने वाली 54 इमारतें हैं। वहीं चार इमारतें की मामूली मरम्मत की जरुरत हैं। - प्रभाग तीन में इमारत खाली कर संरचनात्मक दुरुस्ती करने वाली 10 इमारतें हैं। जबकि बिना इमारत खाली किये संरचनात्मक दुरुस्ती करने वाली 50 इमारतें हैं। वहीं चार इमारतें की मामूली मरम्मत की जरुरत हैं। - प्रभाग चार में अति धोखादायक 1 इमारत है। इमारत खाली कर संरचनात्मक दुरुस्ती करने वाली 7 इमारतें हैं। जबकि बिना इमारत खाली किये संरचनात्मक दुरुस्ती करने वाली 28 इमारतें हैं। वहीं छह इमारतें की मामूली मरम्मत की जरुरत हैं। संतोष झा- १९ मई/२०२५/ईएमएस