:: राजवाड़ा बनेगा ऐतिहासिक निर्णयों का साक्षी :: :: लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिये हो रही है यह बैठक :: इन्दौर (ईएमएस)। इन्दौर का राजवाड़ा आज 20 मई को ऐतिहासिक निर्णयों का साक्षी बनेगा। इस राजवाड़ा में आज मध्यप्रदेश सरकार की मंत्रिमंडल की विशेष बैठक आयोजित हो रही है। यह बैठक लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती को चिरस्थायी बनाये जाने के उद्देश्य से आयोजित होगी। यह इन्दौर के लिये गौरव और एक ऐतिहासिक क्षण होगा। मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल की विशेष बैठक के लिये राजवाड़ा को आधुनिक और परम्परागत शैली के अनुसार सजाया गया है। बैठक की सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं। यह पहला अवसर होगा जब प्रदेश मंत्रिमंडल, ऐतिहासिक विरासत से युक्त इस भव्य स्थल पर एकत्रित होकर जनहित से जुड़ी महत्वपूर्ण नीतियों पर मंथन करेगा। इस बैठक को गरिमा और परंपरा का संगम बनाने के लिए व्यापक तैयारियाँ की गई हैं। राजवाड़ा को सांस्कृतिक वैभव के प्रतीक के रूप में सजाया गया है। राजवाड़ा में माँ देवी अहिल्या बाई होलकर की स्मृति में पारंपरिक शैली और आधुनिक साज-सज्जा की गई है। भवन के भीतर और बाहर मालवी संस्कृति की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। प्रकाश, पुष्प एवं पारंपरिक सजावट का संयोजन इसे एक अलग विशेष स्वरूप प्रदान कर रहा है। :: देवी अहिल्या बाई होलकर को नमन से होगी बैठक की शुरुआत :: बैठक का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं समस्त मंत्रीगण द्वारा माँ देवी अहिल्याबाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण से होगा। इसके उपरांत वे राजवाड़ा में प्रवेश करेंगे, जहाँ भूतल पर मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक में प्रदेश के विकास, जनकल्याण, सुशासन से जुड़ी योजनाओं पर चर्चा संभावित है। :: मालवी परंपरा में होगा स्वागत और भोजन :: आयोजन में आने वाले समस्त अतिथियों के स्वागत-सत्कार की व्यवस्था मालवी परंपरा के अनुरूप की गई है। बैठक के उपरांत प्रथम तल पर पारंपरिक मालवी भोज का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय व्यंजन विशेष रूप से दाल-बाटी, दही बड़ा, मावा बाटी आदि परोसे जाएंगे। :: अस्थायी सचिवालय एवं सुरक्षा की चाकचौबंद व्यवस्था :: राजवाड़ा परिसर में अस्थायी सचिवालय की स्थापना की गई है, जहाँ बैठक के संबंध में सभी प्रशासनिक गतिविधियाँ संचालित होंगी। सुरक्षा के लिए विशेष पुलिस दल तैनात किया गया है। परिवहन, आवास और सुरक्षा की सभी व्यवस्थाओं के लिए अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारियाँ सौंपी गई हैं। लाइजनिंग अधिकारियों की नियुक्ति मंत्रियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों के सहयोग हेतु की गई है। :: देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवन और सुशासन पर आधारित प्रदर्शनी :: इस ऐतिहासिक बैठक के साथ-साथ विविध प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जा रहा है। इसमें एक खंड देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवन, व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित प्रदर्शनी का होगा। इसमें लोकमाता के त्याग, सेवा, प्रशासनिक दक्षता, धार्मिक सहिष्णुता और समाज कल्याण के विविध दृश्य चित्रों और अन्य माध्यमों के जरिए प्रस्तुत किये गये हैं। :: अहिल्या दर्शन से प्रेरित राज्य शासन की योजनाओं और कार्यों पर आधारित प्रदर्शनी :: इस खंड में प्रदेश सरकार द्वारा लोकमाता के सिद्धांतों जैसे सुशासन, न्यायप्रियता, महिला सशक्तिकरण, लोकसेवा और जनकल्याण पर आधारित योजनाओं का प्रदर्शन किया गये हैं। साथ ही इन्दौर के विकास पर आधारित अन्य चित्र प्रदर्शनी भी लगाई गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा राजवाड़ा के संरक्षण एवं पुर्नस्थापन परियोजना के तहत 11.21 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये हैं। इस राशि से राजवाड़ा के दरबार हाल के संरक्षण एवं पुर्नस्थापन का कार्य किया जायेगा। मुख्यमंत्री द्वारा इन कार्यों का भूमिपूजन किया जाना प्रस्तावित है। उमेश/पीएम/19 मई 2025