मुंबई,(ईएमएस)। पुणे पोर्श कांड में सजा काट रहे ससून अस्पताल के पूर्व चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर अजय तवारे की मुश्किल तब और बढ़ गई जब वह एक नए मामले में फंस गए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने उन्हें अब किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट से जुड़े मामले में आरोपी बनाया है। तवारे को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया। बता दें बीते साल मई में एक लग्जरी कार ने बाइक सवार युवक-युवती को टक्कर मार दी थी, जिसके बाद आरोपी नाबालिग को निबंध लिखने की सजा देकर छोड़ दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने बताया है कि डॉ अजय तवारे को सिटी क्राइम ब्रांच ने रूबी हॉल क्लीनिक के किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट मामले में हिरासत में लिया है। फिलहाल तवारे येरवाड़ा जेल में बंद है। उन आरोप है कि पोर्श कांड के नाबालिग आरोपी के खून के नमूनों के साथ छेड़छाड़ की थी। खास बात है कि साल 2022 में अजय तवारे रीजनल ऑथोराइजेशन कमेटी के प्रमुख थे, जो किडनी ट्रांसप्लांट की मंजूरी देता था। पुणे पुलिस ने मई 2022 में 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मामला किडनी ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया में गलत तरीके इस्तेमाल करने का था। रिपोर्ट के मुताबिक कोल्हापुर की एक महिला ने धोखाधड़ी कर एक ऐसे शख्स की पत्नी होने का दावा किया, जिसे ट्रांसप्लांट की जरूरत थी। उस महिला ने 2022 में युवती को किडनी दे दी और युवती की मां ने उस शख्स को किडनी दे दी। ऐसी बदलाव तब किया जाता है, जब मरीजों को उनके ही रिश्तेदार खून का मिलान नहीं होने के चलते किडनी नहीं दे सकते। 29 मार्च 2022 को रूबी हॉल क्लीनिक में ट्रांसप्लांट सर्जरी की प्रक्रिया के दौरान 4 दिन बाद महिला ने अपनी असली पहचान बताई थी। पैसों को लेकर हुए विवाद के बाद उसने अपनी पहचान का खुलासा किया था। सिराज/ईएमएस 29मई25 ----------------------------
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