राज्य
31-May-2025
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गरियाबंद(ईएमएस)। देवभोग-साहसखोल मुख्य मार्ग की हालत एक बार फिर बदहाल हो गई है। हाल ही में करीब 50 लाख रुपये की लागत से हुई मरम्मत के बावजूद सड़क जगह-जगह से उखड़ चुकी है। प्री-मानसून की हल्की बारिश में ही कुम्हड़ी खुर्द से झाखरपारा तक लगभग 5 किलोमीटर हिस्से में बड़े-बड़े गड्ढे उभर आए हैं, जिससे खासकर दोपहिया वाहन चालकों के लिए यह मार्ग जानलेवा बनता जा रहा है। जानकारी के अनुसार, लोक निर्माण विभाग (PWD) ने लगभग 22 किलोमीटर लंबे इस मार्ग की मरम्मत महज चार महीने पहले पूरी की थी। लेकिन गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं क्योंकि अधिकांश मरम्मत कार्य अब निष्प्रभावी हो चुके हैं। जिला पंचायत सदस्य और निर्माण समिति के सभापति देशबंधु नायक ने इस पर गहरी नाराज़गी जताते हुए कहा कि यह सड़क पीडब्ल्यूडी के लिए एटीएम मशीन बन गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत एक दशक पहले बनी इस सड़क पर अब तक मरम्मत के नाम पर तीन गुना राशि खर्च हो चुकी है, फिर भी सड़क की हालत जस की तस बनी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि हर बार मरम्मत के नाम पर सरकारी राशि का दुरुपयोग होता है और कार्य मानक के अनुरूप नहीं होता। कुछ ही महीनों में परतें उखड़ना इस बात का सबूत है कि ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से घटिया निर्माण कराया गया, नायक ने कहा। वहीं, इस मामले में लोक निर्माण विभाग के एसडीओ मोहित साहू ने सफाई देते हुए कहा कि सड़क पुराने डिजाइन के अनुसार केवल दो टन क्षमता के वाहनों के लिए बनाई गई थी। अब भारी वाहनों की आवाजाही से सड़क पर लगातार दबाव पड़ रहा है, जिससे मरम्मत सामग्री टिक नहीं पा रही। एसडीओ साहू ने कहा कि सड़क को स्थायी रूप से सुधारने के लिए विभाग ने 39 करोड़ रुपये का सुदृढ़ीकरण प्रस्ताव शासन को भेजा है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद सड़क को नए मानकों के अनुरूप फिर से बनाया जाएगा। इस सड़क की दुर्दशा को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की बदहाल हालत ने उनकी रोज़मर्रा की आवाजाही को खतरनाक बना दिया है। कई जगह दोपहिया वाहन चालक गड्ढों की वजह से गिरकर घायल हो चुके हैं। ग्रामीणों ने सड़क की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। सत्यप्रकाश(ईएमएस)31 मई 2025