जबलपुर में कांग्रेस की जय हिंद सभा में गरजे वरिष्ठ कांग्रेस नेता जबलपुर, (ईएमएस)। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यहां कहा, कि आज पूरे देश को भारत की सेना पर फिर एक बार गर्व है। मैंने 1971 का युद्ध देखा है और स्वर्गीय इंदिरा गांधी की हिम्मत देखी है। मैंने 1971 का बांग्लादेश युद्ध देखा है। इंदिरा गांधी ने उस समय अमेरिका के दबाव को भी नजरअंदाज कर मजबूत फैसले लिए थे। आज जबलपुर की धरती जहां गोली, बारूद बनता है, वहां इतनी बड़ी संख्या में आए आप सब लोगों की उपस्थिति बताती है कि आपके मन में सेना को नमन करने के क्या भाव हैं। लेकिन कुछ लोग आपके इस भाव का राजनीतिक लाभ उठाना चाहते हैं। आपको इस चालाकी को समझना होगा। कमलनाथ शहीद स्मारक गोलबाजार में आयोजित कांग्रेस की जय हिंद सभा को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर भी निशाना साधा कि प्रदेश में महंगाई, भष्ट्राचार, महिलाओं पर अत्याचार बढ़ गया हैं| वहीं बेरोजगारी से नौजवानों का भविष्य खतरे में है| नौजवानों का भविष्य बचाना ही सबसे बड़ी चुनौती है| सेना किसी एक पार्टी की नहीं : बघेल....... सभा को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यहां कहा, सेना किसी एक पार्टी की नहीं, बल्कि पूरे देश की होती है। उनके पराक्रम पर कोई सवाल नहीं है, सवाल सरकार की मंशा और फैसलों की पारदर्शिता पर है। श्री बघेल ने यहां कहा, सीजफायर की शर्तें स्पष्ट रूप से सार्वजनिक क्यों नहीं की गईं? क्या अमेरिकी राष्ट्रपति के कहने पर भारत ने सीजफायर घोषित किया? उन्होंने शिमला समझौते का हवाला देते हुए कहा कि उसमें स्पष्ट लिखा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच के मुद्दों में कोई तीसरा पक्ष दखल नहीं देगा। बघेल ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने पाकिस्तान से लड़कर बांग्लादेश बनवाया था। आज देश की स्थिति क्या है, यह पूरे देश के सामने है। शाह पर कार्यवाही न होना बेटियों का अपमान: पटवारी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने यहां कहा की मंत्री विजय शाह और उप मुख्यमंत्री देवड़ा पर कार्यवाही न होना बेटियो और सेना का अपमान है. उन्होंने सभा में कहा विजय शाह और उपमुख्यमंत्री देवड़ा का बयान भाजपा का असली चेहरा है. देश की सेना हमारी गर्व है, हमारी सेना का शौर्य पूरी दुनिया में प्रसिध्द है. लेकिन भाजपा जिस निर्लज्जता के साथ सेना के शौर्य का राजनीतिकरण कर रही है, वो निंदनीय है. यह रहे उपस्थित... जनसभा में पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, सज्जनसिंह वर्मा, नेता प्रतिपक्ष मध्यप्रदेश विधानसभा उमंग सिंघार, पूर्व विधायक संजय शर्मा, पूर्व कैबिनेट मंत्री सुखदेव पांसे, पूर्व मंत्री तरुण भनोत, विधायक लखन घनघोरिया, पूर्व विधायक विनय सक्सेना, संजय यादव, नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा, नीलेश जैन सहित एमपी-छग के नेता मंचासीन रहे। सेना के सम्मान से खिलवाड़ बंद हो : मे.ज. श्याम श्रीवास्तव......... जय हिंद सभा में उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए रिटायर्ड मेजर जनरल श्याम श्रीवास्तव ने कहा, वर्तमान में भाजपा सरकार और उससे जुड़े लोग जिस तरह से सेना का अपमान कर रहे हैं, उनके खिलाफ टिप्पणी कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए। उन्होंने कर्नल सोफिया को आतंकवादी की बहन बताने वाले मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह और उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के बयानों का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसे लोगों के मामले में सरकार की चुप्पी आश्चर्यजनक है। उन्होंने कहा, सेना धर्मनिरपेक्ष होती है। जब भी कोई युद्ध होता है तो सेना के जवान अपना धर्म भूलकर युद्ध भूमि में अपनी जान की बाजी लगाने से पीछे नहीं हटते। ऐसे में उनका इस तरह से अपमान करना कहां तक उचित है? यदि सरकार ऐसे मामलों में कार्यवाही नहीं करती तो पूर्व सैनिक सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होंगे। जबलपुर के चयन का निर्णय सही था: तन्खा...... सभा को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तन्खा ने कहा कि कार्यक्रम स्थल के चयन के लिए जबलपुर उपयुक्त था। इसके लिए उन्होंने जबलपुर के पुराने इतिहास की बात कही। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान पूर्व में सेना और देश के लिए किए गए कार्यों के बारे में चर्चा की और कई पुराने वाकये बताए। साथ ही उन्होंने सेना के शौर्य और पराक्रम की बात भी कही। राज्यसभा सांसद का जबलपुर से गहरा नाता है और रक्षा क्षेत्र में जबलपुर का नाम महत्वपूर्ण है। साथ ही स्वतंत्रता संग्राम को लेकर भी जबलपुर की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। ऐसे में सांसद तन्खा ने मंच से सेना के पराक्रम और सेना के आधुनिकीकरण की बात भी कही। कब की सिंदूर की इज्जत: मरकाम........ डिंडौरी विधायक और वरिष्ठ आदिवासी नेता ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंदूर की इज्जत कब की है? केवल राजनीति के लिए यह ऑपरेशन सिंदूर नाम रखा गया है। भारत के आंतरिक मामलों पर हस्तक्षेप करने की अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप की हिम्मत कैसे हो गई? भारत की सेना सबसे मजबूत : यादव.......... अरुण यादव ने कहा कि भारत की सेना ने दुश्मनों ही नहीं, पूरे विश्व को यह बता दिया कि भारत की सेना सबसे मजबूत है। इस दौरान वक्ताओं ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भाजपा सरकार पर विफलता का आरोप लगाया। भाजपा ने किया राजनीतिकरण: नकुलनाथ.............. पूर्व सांसद नकुलनाथ ने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी सेना का राजनीतिकरण नहीं किया, लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार ऐसा ही कर रही है, जो अफसोसजनक है। उन्होंने भारत की सेवा पर गर्व जताते हुए सैल्यूट किया और कहा कि कांग्रेस हमेशा सेना के साथ रही है और आगे भी सेना के साथ रहेगी। शौर्य स्मारक में अमर शहीदों को सलामी........... गोलबाजार में आयोजित जयहिंद सभा के पूर्व कांग्रेस नेताओं ने कैंट स्थित शौर्य स्मारक पहुंचकर देश की संप्रभुता के लिए बलिदान देने वाले शहीद वीर सैनिकों को पुष्पचक्र अर्पित कर पुष्पांजलि अर्पित की और शहीदों को नमन किया। पुष्पचक्र अर्पित करने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, विधायक रजनीश सिंह, पूर्व विधायक संजय शर्मा, विधायक मधु भगत सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस जन मौजूद रहे। कार्यक्रम में रिटायर्ड मेजर जनरल श्याम श्रीवास्तव सहित अन्य पूर्व सैनिक भी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से पूर्व विंग कमांडर अरुण पांडे, कमांडर अरुण गौतम, सूबेदार वाई. डी. सिंह, संजय तिवारी, गजेंद्र सिंह, जी. पी. पांडे, एस. के. सिंह, एन. चतुर्वेदी, शब्बीर खान आदि प्रमुख रहे। आम लोगों के बीच बैठे दिग्विजय सिंह.. पूर्व सीएम दिग्विजयसिंह आमजन व कार्यकर्ताओं के बीच बैठे रहे. पूर्व मंत्री और विधायक लखन घनघोरिया ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से मंच पर चलने का आग्रह किया, लेकिन दिग्विजय सिंह ने वहीं वरिष्ठ नागरिकों के बीच बैठना पसंद किया. गौरतलब है कि ग्वालियर के एक कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को मंच पर जगह नहीं मिली थी. तब उन्होंने सार्वजनिक रूप से ऐलान किया था कि अब वे किसी भी मंच पर नहीं बैठेंगे. पुलिस अलर्ट, सुरक्षा चाक-चौबंद.... पुलिस-प्रशासन द्वारा गोलबाजार की ओर जाने वाले सभी मार्गों पर बैरियर आदि लगाकर व्यवस्थाएं बनाई गई हैं। उधर, सुबह 11 बजे से कांग्रेसी जत्थों के रूप में ढोल-ढमाके और नारेबाजी करते हुए कांग्रेस का झंडा लिए कार्यकर्ता मैदान पर पहुंचे। कार्यक्रम के लिए आसपास के जिलों सहित शहर और ग्रामीण क्षेत्रों से कांग्रेसी कार्यकर्ता भारी संख्या में गोलबाजार पहुंचे हुए हैं। सुनील साहू / शहबाज / 31 मई 2025/