-नए अध्ययन से हुआ खुलास, कुछ धातुएं कोर से बाहर निकल सतह तक पहुंच रहीं हवाई,(ईएमएस)। पृथ्वी का कोर जो हमारे ग्रह का सबसे गहरा हिस्सा है, सोना और अन्य कीमती धातुएं लीक कर रहा है। पृथ्वी का 99.9 फीसदी सोना इसके केंद्र में छिपा है, जो हज़ारों किलोमीटर मोटी चट्टानों के नीचे है। एक नए अध्ययन से पता चला है कि कुछ धातुएं कोर से बाहर निकलकर पृथ्वी की सतह तक पहुंच रही हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिकों ने हवाई द्वीप के ज्वालामुखी चट्टानों की जांच की। इनमें उन्हें रूथेनियम नाम की कीमती धातु मिली, जो सिर्फ़ पृथ्वी के कोर-मैन्टल सीमा से आ सकती है। यह सीमा पृथ्वी की सतह से 2900 किलोमीटर नीचे है। एक वैज्ञानिक ने कहा कि हमें लगा जैसे हमने सचमुच सोना खोज लिया है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी तीन मुख्य परतों से बनी है। क्रस्ट यह पृथ्वी की सबसे ऊपरी पतली परत है। मैन्टल यह बीच की परत है, जो चट्टानों से बनी है और ग्रह का सबसे बड़ा हिस्सा है। कोर यह पृथ्वी का वह केंद्र है, जिसमें दो हिस्से हैं- बाहरी कोर जो पिघली हुई धातुओं का समुद्र है। वहीं आंतरिक कोर जो ज्यादातर ठोस लोहे की गेंद है। कोर में सोना, रूथेनियम और अन्य कीमती धातुएं हैं, जो पृथ्वी के बनने के समय वहां जमा हुई थीं। वैज्ञानिकों ने हवाई के किलाउआ ज्वालामुखी की चट्टानों में रूथेनियम की जांच की। उन्होंने पाया कि यह रूथेनियम कोर से आया है, न कि मैन्टल से। इसका मतलब है कि कोर से कुछ धातुएं मैन्टल के रास्ते सतह तक पहुंच रही हैं। यह सोना और अन्य कीमती धातुएं जो हम आज खनन करते हैं, शायद कोर से ही आई हों। यह स्टडी बताती है कि पृथ्वी का कोर उतना अलग-थलग नहीं है, जितना पहले सोचा जाता था। कोर से गर्म चट्टानें और धातुएं मैन्टल के रास्ते ऊपर आ रही हैं। हवाई जैसे द्वीप इन्हीं गर्म चट्टानों के कारण बने हैं, जिन्हें मैन्टल प्लूम कहते हैं। यह प्लूम कोर-मैन्टल सीमा से शुरू होता है और सतह तक पहुंचता है, जिससे ज्वालामुखी बनते हैं। यह खोज न सिर्फ़ पृथ्वी के कोर के रहस्यों को खोलती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि हमारे ग्रह का सोना और कीमती धातुएं कोर से सतह तक का लंबा सफर तय करती हैं। वैज्ञानिक अब इस बात की और जांच करेंगे कि पृथ्वी का कोर और मैन्टल कैसे एक-दूसरे से जुड़े हैं। सिराज/ईएमएस 01 जून 2025