नई दिल्ली (ईएमएस)। भारत सरकार ने 2008 के मुंबई आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंधों पर रोक लगा रखी है। न सिर्फ द्विपक्षीय श्रृंखलाएं रुकी हैं, बल्कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा हुआ है। इसके पीछे मुख्य कारण पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकी गतिविधियां हैं, जिनके चलते भारतीय जनभावनाएं भी इसी दिशा में दृढ़ रही हैं। हालांकि, इसी दौरान एक विरोधाभासी तस्वीर विदेशी टी-20 लीगों में देखने को मिल रही है, जहां भारतीय उद्यमियों और कंपनियों के स्वामित्व वाली टीमों में पाकिस्तानी या पाक मूल के खिलाड़ियों की बड़ी संख्या में भागीदारी देखी जा रही है। संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका और वेस्टइंडीज में चल रही टी-20 लीग प्रतियोगिताओं में कई ऐसी टीमें हैं जिनके मालिक भारतीय हैं, लेकिन उनके खिलाड़ी पाकिस्तानी हैं। इनमें रिलायंस समूह, अदाणी समूह, कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक शाहरुख खान, और यहां तक कि माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नाडेला तक शामिल हैं। इन टीमों में कई खिलाड़ी ऐसे हैं जो कभी पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके हैं या फिर हाल ही में दूसरे देशों की नागरिकता लेकर वहां की लीगों में खेल रहे हैं। उदाहरण के लिए, यूएई में इंटरनेशनल लीग टी-20 की टीम ‘अबूधाबी नाइट राइडर्स’ में अली खान और इबरार अहमद जैसे खिलाड़ी हैं, जबकि इसके मालिक हैं कोलकाता नाइट राइडर्स के भारतीय स्वामित्व वाले कारोबारी। ‘एमआई एमिरेट्स’, जो रिलायंस ग्रुप की टीम है, उसमें मोहम्मद वसीम, जहूर खान जैसे पाक मूल के खिलाड़ी खेल रहे हैं। अमेरिका की मेजर लीग क्रिकेट में ‘सैन फ्रांसिस्को यूनिकॉर्न्स’ टीम के पास हैरिस रऊफ और हसन खान जैसे सीधे पाकिस्तान से आने वाले खिलाड़ी हैं। इस टीम के मालिक वेंकी हरिनारायण और आनंद राजारमन जैसे भारतीय मूल के लोग हैं। सिएटल ऑरकॉस टीम में पाकिस्तान मूल के शायन जहांगीर हैं और यह टीम माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नाडेला के स्वामित्व में है। टेक्सॉस सुपर किंग्स, लॉस एंजेल्स नाइट राइडर्स, और वॉशिंगटन फ्रीडम जैसी टीमों में भी पाकिस्तानी खिलाड़ी सक्रिय रूप से शामिल हैं, जिनके मालिक भारतीय हैं। यह स्थिति ऐसे समय में सामने आ रही है जब भारत और पाकिस्तान के संबंध बेहद संवेदनशील हैं और राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तानी क्रिकेट से दूरी बनाई गई है। इसके बावजूद विदेशी मंचों पर भारतीयों द्वारा प्रायोजित टीमों में पाकिस्तानी खिलाड़ियों की मौजदूगी कई सवाल खड़े करती है। डेविड/ईएमएस 04 जून 2025