राष्ट्रीय
04-Jun-2025
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नईदिल्ली (ईएमएस)। गर्मी के दिनों में आम बहुतायत में पाए जाने वाला फल है। आम का यह स्वादिष्ट फल न केवल स्वाद में बेहतरीन होता है, बल्कि पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है। आम में नेचुरल शुगर की मात्रा अधिक होती है, जिस कारण दिल और डायबिटीज के मरीजों को इसे लेकर सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। विशेषज्ञों के अनुसार आम सभी के लिए नुकसानदेह नहीं है, लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए ताकि इसका लाभ तो मिले लेकिन कोई स्वास्थ्य जोखिम न बने। आम में विटामिन ए, सी और ई के साथ-साथ फाइबर और पोटैशियम जैसे जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व दिल की सेहत को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। विटामिन सी जहां हृदय की कार्यक्षमता को सुधारता है, वहीं पोटैशियम रक्तचाप को नियंत्रित करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स हृदय की धमनियों में जमा गंदगी को साफ करने और सूजन कम करने में सहायक होते हैं। इससे दिल की बीमारियों का खतरा घट सकता है। डाइटिशियन मानते हैं कि हार्ट के मरीज आम खा सकते हैं, लेकिन सीमित मात्रा में। पका हुआ आम अत्यधिक मीठा होता है, जिससे कैलोरी इनटेक बढ़ सकता है। अधिक मात्रा में आम खाने से वजन बढ़ने का खतरा रहता है, जो हृदय रोगियों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ऐसे में बेहतर होगा कि दिल के मरीज रोज एक आम से अधिक न खाएं। विशेष ध्यान उन्हें देना चाहिए जिनमें हृदय रोग के साथ डायबिटीज भी है। आम का मीठा स्वाद ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकता है, जिससे दिल पर असर पड़ सकता है। अगर किसी का शुगर लेवल कंट्रोल में नहीं है, तो आम से पूरी तरह परहेज करना चाहिए। वहीं जिनका शुगर कंट्रोल में है, वे दिन के समय थोड़ी मात्रा में आम खा सकते हैं ताकि शरीर को ऊर्जा मिले और पाचन बेहतर रहे। अंततः, आम दिल के मरीजों के लिए पूरी तरह वर्जित नहीं है, लेकिन इसकी मात्रा और समय का ध्यान रखना जरूरी है। ज्यादा आम खाने से नुकसान हो सकता है, जबकि सीमित मात्रा में इसका सेवन फायदे पहुंचा सकता है। सुदामा/ईएमएस 04 जून 2025