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04-Jun-2025
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देहरादून,(ईएमएस)। उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में भारी बारिश और बर्फबारी के चलते गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर खतरा बढ़ गया है। पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी की वजह से पथरीली चट्टानों के गिरने की घटनाएं सामने आई हैं। इसके चलते चारधाम यात्रा के तहत केदारनाथ की यात्रा को फिलहाल रोक दिया गया है। जानकारी अनुसार गौरीकुंड से केदारनाथ तक के 19 किमी पैदल मार्ग पर जगह-जगह भूस्खलन और चट्टानें गिरने की घटनाएं हुई हैं। डीडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें तैनात हैं और रास्ते के अवरोधों को दूर करने और साफ करने का काम जारी है। श्रद्धालुओं को अस्थायी शिविरों में रोका गया है, प्रशासन ने अलाव और चिकित्सा की व्यवस्था की है। मौसम विभाग ने 6 जून तक के लिए अलर्ट जारी किया है, तेज गर्जना व बारिश की चेतावनी दी गई है। केदारनाथ घाटी में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई, इस प्रकार ठंड ने फिर से दस्तक दे दी है। बाबा केदार की नगरी बर्फ की चादर में लिपटी केदारनाथ धाम की पहाड़ियां इस वक्त बर्फ की सफेद चादर में लिपटी हुई हैं। धुंध व कोहरा लगातार बना हुआ है। ऐसे में श्रद्धालु जहां एक ओर भोलेनाथ के दर्शन का सौभाग्य पा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उन्हें प्राकृतिक आपदा जैसी कठिन परिस्थितियों का भी सामना करना पड़ रहा है। इसे देखते हुए प्रशासन ने अपील की है कि मौसम को देखते हुए और अपडेट लेकर ही यात्रा करें। उत्तराखंड मौसम विभाग और प्रशासन ने चारधाम यात्रियों से अपील की है कि यात्रा पर निकलने से पहले मौसम का अपडेट जरूर लें। भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में सतर्कता बरतें। प्रशासन द्वारा दी गई निर्देशों का पालन करें और सहयोग करें। मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, टिहरी, देहरादून, पौड़ी और अल्मोड़ा जिलों में अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई गई है। इसी के साथ कहा गया है चारधाम यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं के लिए यह समय सावधानी बरतने का है। प्राकृतिक आपदा के जोखिम के बीच सुरक्षा सर्वोपरि है। प्रशासन राहत कार्य में लगा है और जैसे ही मौसम साफ होगा, यात्रा फिर से बहाल कर दी जाएगी। हिदायत/ईएमएस 04जून25