पटना, (ईएमएस)। बिहार के मुजफ्फरपुर में दलित नाबालिग लड़की से दुष्कर्म और हत्या मामले को लेकर कांग्रेस ने आक्रामक रूप अख्तियार कर लिया है। कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता इस जघन्य हत्या के विरोध में अब सड़क पर उतर आए हैं। बुधवार को बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के आवास का घेराव करने पहुंचे। इस दौरान वहां जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेसी कार्यकर्ता बड़े-बड़े बैनर लिए अचानक मंगल पांडेय के आवास के सामने पहुंच गए और इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके इस्तीफे की मांग करने लगे। मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की। वहां हालात इतने बिगड़ गए कि पुलिस और कांग्रेसी कार्यकर्ता कई बार आमने-सामने आ गए। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच आक्रोश इस कदर था कि उन्होंने मंगल पांडेय के आवास पर लगे साइन बोर्ड पर गोबर फेंक दिया और पोस्टर में लगी उनकी तस्वीर पर कालिख तक पोत दी। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि दलित बच्ची को न्याय मिलने तक कांग्रेस की यह लड़ाई जारी रहेगी। मालूम हो कि इससे पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम के नेतृत्व में 11 सदस्यीय शिष्टमंडल ने राजभवन जाकर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की। राज्यपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से पूरे मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। * क्या है मामला ? आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर के कुढ़नी में 9 साल की दलित नाबालिग से दुष्कर्म की वारदात हुई थी। 26 मई को यह घटना को अंजाम दिया गया था। उसके गले और पेट में चाकू से वार किया गया था। आखिरकार 1 जून को पटना पीएमसीएच में उसकी मौत हो गई थी। हालाँकि पीड़िता की मां का आरोप था कि पीएमसीएच में बच्ची को सही समय पर बेड नहीं दिया गया। 3-4 घंटे तक उसे एंबुलेंस में ही रखा गया, जिसके कारण उसकी हालत गंभीर होती चली गई। आखिरकार उसकी बच्ची ने दम तोड़ दिया। उधर घटना के बाद जहां एक ओर पीएमसीएच और मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच के अधीक्षकों पर कार्रवाई हुई है। वहीं तीन पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिरी है। संतोष झा- ०४ जून/२०२५/ईएमएस