05-Jun-2025
...


इस्लामाबाद,(ईएमएस)। भारत द्वारा 7 मई को अंजाम दिए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाकिस्तान के एक आधिकारिक सैन्य दस्तावेज़ ने बड़ा खुलासा किया है। दस्तावेज़ के अनुसार, भारत ने न केवल सार्वजनिक रूप से घोषित आतंकी ठिकानों पर, बल्कि पेशावर, झंग, हैदराबाद (सिंध), गुजरात (पंजाब), बहावलनगर, अटक और चोर जैसे संवेदनशील इलाकों में भी हमला किया। हालांकि, भारत की ओर से इन स्थानों का कोई जिक्र नहीं किया गया था। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह जानबूझकर उठाया गया एक ‘रणनीतिक कदम’ था। विशेषज्ञों का अनुमान है कि भारत ने रणनीति के तहत केवल कुछ टारगेट्स की सार्वजनिक घोषणा की और बाकी को पाकिस्तान के खुद स्वीकार करने तक गोपनीय रखा। इसका उद्देश्य यह था कि पाकिस्तान खुद अपने नुकसान की जानकारी उजागर करे, जिससे उसकी विश्वसनीयता और बचाव की क्षमता पर सवाल खड़े हों। भारतीय वायुसेना ने इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर मुख्यालय और लश्कर-ए-तैयबा के मुरिदके स्थित प्रशिक्षण केंद्र सहित कम से कम 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों को नष्ट करने की पुष्टि की थी। ऑपरेशन के बाद 10:30 बजे दिन में एक वीडियो जारी कर इसका विवरण साझा किया गया था। शहबाज बोले- भारत अब हमला नहीं करेगा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा है, कि भारत की ओर से दोबारा हमला होने की संभावना अब बहुत कम है। शरीफ ने इसके तीन प्रमुख कारण गिनाए हैं, जिनमें पहला अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक समर्थन और पाकिस्तान का शांतिपूर्ण रवैया। दूसरा ट्रम्प फैक्टर: अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा मध्यस्थता की भूमिका और अंतिम भारत की आर्थिक स्थिति जिसके तहत उन्होंने कहा कि युद्ध की स्थिति में नुकसान भारत को ही उठाना पड़ेगा। शरीफ ने यह भी जोड़ा कि, युद्ध अगर हुआ तो इसका सबसे बड़ा खामियाजा भारत को ही भुगतना पड़ेगा। भारत की चुप्पी, पाकिस्तान की बेचैनी इस पूरे घटनाक्रम में एक दिलचस्प विरोधाभास नजर आया है, जिसके तहत भारत ने जहां सटीक और सीमित जानकारी देकर संदेश दिया, वहीं पाकिस्तान को अपने ही दस्तावेज़ों के जरिए अतिरिक्त नुकसान की पुष्टि करनी पड़ी है। यह रणनीति भारत की साइलेंट स्ट्रेंथ की मिसाल मानी जा रही है। पूर्व राजनयिकों और सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह न केवल पाकिस्तान को रणनीतिक असमंजस में डालने का तरीका था, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की जवाबदेही और संयमपूर्ण छवि भी प्रस्तुत करता है। हिदायत/ईएमएस 05 जून 2025