नई दिल्ली (ईएमएस)। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर केंद्रीय मंत्रियों ने नागरिकों से प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने और स्थिरता को अपनाने का आग्रह किया है। इस दौरान उन्होंने हरित एवं स्वच्छ भविष्य के लिए अधिक पेड़ लगाने की अपील भी की। विश्व पर्यावरण दिवस हर साल 5 जून को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम ‘प्लास्टिक प्रदूषण को हराएं’ का उद्देश्य प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना है। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “आज हम पर्यावरण दिवस मना रहे हैं, आइए हम अपने ग्रह की रक्षा करने और सभी जीवित प्राणियों के लिए स्थिरता सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करें। हमेशा याद रखें कि प्रकृति तभी सुरक्षित रहती है जब उसे संरक्षित किया जाता है।” वहीं, केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा, “विश्व पर्यावरण दिवस पर आइए हम अधिक पेड़ लगाकर, प्रदूषण को कम करके, संसाधनों का संरक्षण करके और स्थिरता को अपनाकर ग्रह की रक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करें। साथ मिलकर, हमारे छोटे कदम सभी के लिए एक हरियाली भरा, स्वस्थ और अधिक उम्मीद भरा भविष्य बना सकते हैं।” केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत सक्रिय नीतियों और जन जागरूकता के माध्यम से प्लास्टिक प्रदूषण को हराने के लिए अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराता है। साथ मिलकर, आइए हम पारिस्थितिकी तंत्र को बहाल करें, जैव विविधता का संरक्षण करें और एक हरियाली भरा, स्वच्छ भविष्य बनाएं। वहीं, केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा, “आइए हम इस पर्यावरण दिवस पर संकल्प लें – प्लास्टिक प्रदूषण को रोकें, प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाएं और भावी पीढ़ियों के लिए अधिक हरित, स्वच्छ और सुरक्षित पृथ्वी का निर्माण करें।” इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, “प्लास्टिक प्रदूषण हमारे ग्रह का दम घोंट रहा है। पारिस्थितिकी तंत्र, कल्याण और जलवायु को नुकसान पहुंचा रहा है। प्लास्टिक कचरा नदियों को अवरुद्ध करता है, समुद्र को प्रदूषित करता है और वन्य जीवन को खतरे में डालता है।” सुबोध\०५\०६\२०२५