लंदन (ईएमएस)। व्यक्ति की जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, खासकर 30 से 35 साल के बाद हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। यदि यह कमजोरी समय रहते नहीं रोकी गई तो फ्रैक्चर और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसका सबसे बड़ा कारण हमारे खान-पान में मौजूद कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो शरीर से कैल्शियम और अन्य जरूरी तत्वों को धीरे-धीरे बाहर निकालते रहते हैं। ज्यादा नमक वाले फूड्स सबसे पहले दोषी माने जाते हैं। रिसर्च के मुताबिक अधिक नमक के सेवन से हड्डियों से कैल्शियम रिसने लगता है, जिससे वे धीरे-धीरे कमजोर हो जाती हैं। पिज्जा, पॉपकॉर्न, प्रोसेस्ड सूप, चिप्स, सैंडविच और फ्राइड फूड में नमक की मात्रा अधिक होती है, जिनका लगातार सेवन हड्डियों के लिए खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा शराब का सेवन भी नुकसानदेह है। यह न केवल लिवर को प्रभावित करती है, बल्कि शरीर में विटामिन डी और कैल्शियम के अवशोषण को भी बाधित करती है, जिससे हड्डियों की ताकत कम होने लगती है। ज्यादा मीठी चीजें भी हड्डियों का दुश्मन बन सकती हैं। शोध बताते हैं कि अत्यधिक चीनी कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे खनिजों को शरीर से बाहर निकाल देती है और कैल्शियम अवशोषण की प्रक्रिया को बाधित करती है। केक, पेस्ट्री, कैंडी और मीठे पेय पदार्थों से दूरी बनाना बेहतर रहेगा। इसके अलावा ऑक्सलेट युक्त खाद्य पदार्थ जैसे पालक, कुछ हरी पत्तेदार सब्जियां, बीन्स और चाय का अत्यधिक सेवन भी हड्डियों के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि ये कैल्शियम के अवशोषण को धीमा कर देते हैं। अगर हड्डियों को उम्र भर मजबूत बनाए रखना है तो जरूरी है कि इन खाद्य पदार्थों के सेवन को सीमित किया जाए। साथ ही संतुलित आहार, पर्याप्त धूप, नियमित व्यायाम और कैल्शियम युक्त भोजन की मदद से हड्डियों को मजबूत बनाए रखा जा सकता है। मालूम हो कि हमारा शरीर अपनी मजबूती के लिए हड्डियों पर ही निर्भर करता है। हड्डियों के कारण ही हम न सिर्फ खड़े हो सकते हैं, बल्कि तेज चलना-फिरना भी संभव होता है। हमारे शरीर में सबसे ज्यादा वजन भी इन्हीं का होता है। सुदामा/ईएमएस 06 जून 2025