राष्ट्रीय
06-Jun-2025


टनल बनने से मंडी और कुल्लू जिले आपस में जुड़ जाएंगे मंडी,(ईएमएस)। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली दुर्गम चौहारघाटी के लोग बीते 20 वर्षों से भूभुजोत टनल के निर्माण की आस लगाए बैठे है। यहां चौहारघाटी से कुल्लू जिले की लगवैली तक एक टनल के निर्माण का प्रस्ताव है, लेकिन यह अभी तक धरातल पर नहीं आया है। इस टनल के बनने से मंडी और कुल्लू जिले आपस में जुड़ जाएंगे। चौहारघाटी और लगवैली के लोगों को अभी आपस में मिलने के लिए या भूभुजोत को पैदल पार करना पड़ता है या सड़क मार्ग से 100 किमी से अधिक का सफर करना होता है। टनल के बनने से यह दूरी मात्र चंद मिनटों में पूरी होगी। यही नहीं, इस टनल का निर्माण सामरिक दृष्टि से भी अति महत्वपूर्ण है। सेना की तरफ से ही इसके निर्माण का सुझाव भी दिया गया है. ग्राम पंचायत बरोट के प्रधान ने बताया कि अभी सेना का सारा काफिला पालमपुर से मंडी और फिर कुल्लू होकर लेह की तरफ जाता है। यदि टनल बनाती हैं तब सेना को कुल्लू पहुंचने में आसानी होगी और उनका 50 किमी से अधिक का सफर बचेगा। भूभुजोत टनल के निर्माण का दूसरा पहलू यह भी है कि इससे दुर्गम चौहारघाटी के पर्यटन कारोबार को नए पंख लग जाएंगे। जब लोग यहां से होकर कुल्लू-मनाली की तरफ जाएंगे, तब चौहारघाटी के प्राकृतिक सौंदर्य को निहारने के लिए स्वतः ही रुक जाएंगे। चौहारघाटी में अभी लोग बरोट जाना ही पसंद करते हैं, जबकि इसके अलावा पूरी घाटी में प्राकृतिक सौंदर्य का अपार भंडार मौजूद है। इसकारण स्थानीय लोग केंद्र और प्रदेश सरकार से टनल के निर्माण की बार-बार मांग कर रहे हैं। बता दें कि केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने प्रदेश के लोगों को टनल निर्माण के लिए आश्वस्त किया है। लेकिन अब लोगों को इंतजार इस कार्य के धरातल पर शुरू होने का है। लोगों को उम्मीद है कि केंद्र सरकार कार्य को जल्द से जल्द करवाकर क्षेत्र के लोगों को इसकी सौगात देगी। आशीष दुबे / 05 जून 2025