जगदलपुर(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ में शिक्षा विभाग द्वारा चलाए जा रहे युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया को लेकर पूर्व मंत्री मोहन मरकाम ने आज राजीव भवन, जगदलपुर में प्रेसवार्ता कर भाजपा सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार प्रदेश में 10 हजार से अधिक स्कूलों को बंद करने और 45 हजार से अधिक शिक्षकों के पद खत्म करने जा रही है, जिससे आदिवासी अंचलों सहित दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था चरमरा जाएगी। मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा सरकार ने चुनाव पूर्व 57 हजार शिक्षकों की भर्ती का वादा किया था, लेकिन अब तक सिर्फ 5 हजार पदों की ही भर्ती की घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि पद समाप्त कर सरकार शिक्षकों की भर्ती से बच रही है। “जब पद ही नहीं होंगे तो भर्ती किसकी होगी?” उन्होंने सवाल किया। पूर्व मंत्री ने युक्तियुक्तकरण को शिक्षा विरोधी और रोजगार विरोधी कदम बताते हुए कहा कि इससे न सिर्फ शिक्षकों की नियुक्तियां रुकेंगी, बल्कि स्कूलों से जुड़े रसोइया, भृत्य, चौकीदार और महिला स्व-सहायता समूहों की आजीविका पर भी संकट आएगा। मरकाम ने चेतावनी दी कि सरकार शिक्षा की मूल संरचना से छेड़छाड़ कर रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि प्राथमिक स्कूलों में जहां 18 विषय पढ़ाए जाते हैं, वहां दो शिक्षकों से शिक्षण कार्य कराना असंभव है। मिडिल स्कूलों में भी एक एचएम और एक शिक्षक से 18 पीरियड कराना शिक्षकों पर अत्यधिक दबाव डालेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पूर्ववर्ती रमन शासनकाल में बंद किए गए 3 हजार स्कूलों को फिर से खोला था, लेकिन अब भाजपा सरकार फिर उसी राह पर चल रही है। मरकाम ने आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि प्रदेश में शिक्षकों के 58 हजार से ज्यादा पद रिक्त हैं। ऐसे में युक्तियुक्तकरण युवाओं के शिक्षक बनने के सपनों को तोड़ देगा। कांग्रेस पार्टी 5 जून से 10 जुलाई तक शिक्षा न्याय आंदोलन के तहत प्रदेशभर में चरणबद्ध आंदोलन चलाएगी। यह आंदोलन स्कूलों के बंद होने, शिक्षकों और गैर-शिक्षकीय स्टाफ की नौकरियों तथा अभ्यर्थियों के भविष्य को लेकर सरकार के फैसलों के विरोध में किया जाएगा। ईएमएस(संजय कुमार जैन)07 जून 2025