फिरोजाबाद (ईएमएस) शहर में ईद-उल-अज़हा का त्योहार पूरे उत्साह, श्रद्धा और भाईचारे के माहौल में मनाया गया। सुबह से ही मुस्लिम समाज के हजारों लोग गांधी पार्क, ईदगाह और शहर की प्रमुख मस्जिदों में एकत्र हुए और शांतिपूर्ण ढंग से नमाज़ अदा की। गांधी पार्क बना आस्था का केंद्र गांधी पार्क में भारी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने एकत्र होकर ईद की नमाज अदा की। सभी ने एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी और देश में अमन, भाईचारा और खुशहाली की दुआ मांगी। नमाज़ के दौरान माहौल बेहद शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक रहा। ईदगाह में हुई प्रेरणादायक तकरीर ईदगाह में सुबह 7:15 बजे मुफ्ती तनवीर अहमद कासमी ने नमाज अदा कराई। नमाज से पहले की गई तकरीर में उन्होंने हज़रत इब्राहिम अलैहिस्सलाम की कुर्बानी की मिसाल पेश करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने अल्लाह के हुक्म पर अपने प्यारे बेटे हज़रत इस्माइल अलैहिस्सलाम को कुर्बान करने का इरादा किया, लेकिन अल्लाह ने उनकी कुर्बानी को कबूल कर एक दुम्बे को भेज दिया। शहर की अन्य मस्जिदों में भी उत्सवपूर्ण माहौल जामा मस्जिद में मौलाना असद अलीम शम्सी ने 7:30 बजे नमाज अदा कराई। शाही मस्जिद में मौलाना मोहम्मद आरिफ ने नमाज अदा कराई। जनपद की सभी मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज शांतिपूर्वक और धार्मिक उल्लास के साथ संपन्न हुई। हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल इस मौके पर कई हिंदू भाइयों ने भी ईदगाह और अन्य नमाज़ स्थलों पर पहुंचकर मुस्लिम समुदाय को गले मिलकर ईद की बधाई दी। यह आपसी सौहार्द और गंगा-जमुनी तहज़ीब की शानदार मिसाल रही। प्रशासन रहा पूरी तरह मुस्तैद इस बड़े आयोजन को सफल और शांतिपूर्ण बनाने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। जिलाधिकारी रमेश रंजन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित, नगर आयुक्त ऋषि राज, नगर मजिस्ट्रेट विनोद कुमार पांडे, सीओ सिटी अरुण कुमार चौरसिया गांधी पार्क पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और नमाजियों को ईद की शुभकामनाएं दीं। पुलिसकर्मियों की जगह-जगह तैनाती के साथ-साथ ड्रोन से भी निगरानी रखी गई। एलआईयू प्रभारी प्रेम प्रकाश समेत सभी थाना प्रभारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए रहे। करबला कमेटी का अहम योगदान करबला कमेटी के अध्यक्ष हिकमत उल्ला खान ने अपनी टीम के साथ व्यवस्थाओं की बागडोर संभाली। माइक सिस्टम के ज़रिए नमाजियों को दिशा-निर्देश देते रहे। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके सहयोग से यह पर्व शांति और व्यवस्था के साथ सम्पन्न हुआ। ईएमएस