:: 250+ ग्लोबल इन्वेस्टर्स करेंगे करीब 100 स्टार्टअप्स को स्पॉट-फंड :: :: युवा उद्यमियों के अभिनव स्टार्टअप्स को मिलेगी राष्ट्रीय पहचान :: :: 1100 स्टार्टअप्स ने पंजीकरण कराया :: :: 35% स्टार्टअप्स महिला उद्यमियों द्वारा संचालित हैं; लगभग 50% प्रतिभागी ग्रामीण पृष्ठभूमि से :: इन्दौर (ईएमएस)। भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक नया इतिहास रचने और इन्दौर को वैश्विक स्टार्टअप मानचित्र पर स्थापित करने के उद्देश्य से, रेनेसां यूनिवर्सिटी एक मेगा स्टार्टअप इन्वेस्टर मीट ‘टाइफून’ का आयोजन आज रविवार 8 जून, 2025 को होगा l रेनेसां यूनिवर्सिटी के चांसलर सीए स्वप्निल कोठारी ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से युवा उद्यमियों, छात्रों और इनोवेटर्स के सपनों को हकीकत में बदलने के लिए एक शक्तिशाली मंच प्रदान किया जाएगा ।कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होकर मार्गदर्शन देंगे। रेनेसां यूनिवर्सिटी के स्टार्टअप स्टूडियो सेपिएंजा द्वारा आयोजित स्टार्टअप पिचिंग इवेंट में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए युवा उद्यमियों ने अपने नवाचारों से सबका ध्यान आकर्षित किया। इस आयोजन में कुल 1100 स्टार्टअप्स ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 700 ने राउंड-1 क्लियर किया और 400 से 450 स्टार्टअप्स ने राउंड-2 पार कर 250 इन्वेस्टर्स के सामने अपने आइडिया प्रस्तुत करेंगे। इस पूरी प्रक्रिया में 100 दिनों तक 105 फैकल्टी और 50 सपोर्ट स्टाफ की टीम ने मेहनत की। आयोजन का नेतृत्व यूनिवर्सिटी के चांसलर स्वप्निल कोठारी कर रहे है । :: चयनित प्रमुख स्टार्टअप्स :: पैरेंटल व्यू (Parental View) : इशान गर्ग द्वारा विकसित यह स्टार्टअप स्कूल बसों की सुरक्षा के लिए एक विशेष डिवाइस और सॉफ्टवेयर लेकर आया है। बस ड्राइवर को बस स्टार्ट करने से पहले एक डिवाइस में सांस फूंकनी होती है; यदि अल्कोहल डिटेक्ट होता है तो बस स्टार्ट नहीं होगी। इसके अलावा, ड्राइवर की सतर्कता पर नज़र रखने के लिए वीडियो मॉनिटरिंग सिस्टम भी लगाया गया है, जो ड्राइवर के झपकी लेने या फोन पर बात करने पर अलार्म बजाता है। यह सभी डेटा स्कूल तक सॉफ्टवेयर के माध्यम से पहुंचता है। विरोग्य (Virogya) : मरियम अख्तर द्वारा शुरू किया गया यह स्टार्टअप आयुर्वेद, यूनानी मेडिसिन और घरेलू नुस्खों को मिलाकर छोटे-छोटे पैकेट्स और किट्स बनाता है, जो व्यस्त शहरी जीवन में तुरंत उपयोगी हैं। ये उत्पाद सस्टेनेबल पैकेजिंग में उपलब्ध हैं और विशेष रूप से वर्किंग मदर्स के लिए लाभकारी हैं। कवोरा (Cavora) : अक्षय जैन द्वारा स्थापित यह ब्रांड जूट एवं अन्य सस्टेनेबल मटेरियल से बैग्स बनाता है। पिछले वर्ष इसका टर्नओवर लगभग 1.1 करोड़ रुपये रहा। कवोरा ने सस्टेनेबल फैशन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर रोजगार भी सृजित किया है। डियर मी (Dear Me) : देवास के सुयश जैन ने आयुर्वेदिक रिसर्च के आधार पर डियर मी नामक हाई-एंड स्किन केयर प्रोडक्ट्स लॉन्च किए हैं, जो कलरलेस व ओडरलेस हैं। इनकी आकर्षक पैकेजिंग और ऑनलाइन बिक्री के जरिए 28 लाख रुपये की सेल्स दर्ज की गई। इनको इन्दौर की ही एक कंपनी द्वारा फंडिंग की जा रही है l बेचो बुक (Becho Book) : गुना के अभिषेक झा और को फाउन्डर द्वारा संचालित यह स्टार्टअप विदेश से सेकंड हैंड बुक्स मंगवाकर छोटे स्कूलों को 40% कम कीमत पर उपलब्ध कराता है। पिछले साल 40 लाख रुपये का टर्नओवर रहा। इनकी इस पहल से स्कूलों की लाइब्रेरी समृद्ध हो रही है। :: मुख्य तथ्य एवं उपलब्धियां :: सबसे अधिक आवेदन कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, हेल्थकेयर और ड्रोन एंड स्पेस टेक्नोलॉजी कैटेगरी में आए हैं। • 35% स्टार्टअप्स महिला उद्यमियों द्वारा संचालित हैं; लगभग 50% प्रतिभागी ग्रामीण पृष्ठभूमि से हैं। • कई स्टार्टअप्स को फंडिंग अप्रूव हो चुकी है; कुछ अंतिम चरण में हैं। • आयोजन में शारजाह की रॉयल फैमिली ऑफिस, स्विट्जरलैंड बेस्ड फंड सहित कई प्रमुख निवेशक एवं डेलीगेट्स शामिल होंगे। सहयोगी संस्थाएं: आयोजन को वैली वेंचर्स, यंग इंडियंस, राउंड टेबल, टाई, आईसीएआई, आईसीएसआई, जेसीएएफ, जीतो जैसी संस्थाओं का सहयोग मिल रहा है l उमेश/पीएम/7 जून 2025 संलग्न चित्र - स्वप्निल कोठारी, चांसलर - रेनेसां यूनिवर्सिटी