मुंबई, (ईएमएस)। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर संसद में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा तथ्यों और आंकड़ों के साथ प्रस्तुत किया गया लेख केवल एक राजनीतिक वक्तव्य नहीं, बल्कि भारत के लोकतंत्र पर सुनियोजित हमले का दस्तावेज है। लोकतांत्रिक संस्थाओं को कब्जे में लेकर, उन्हें सत्ता के हित में मोड़ा गया और छल-कपट के ज़रिए महाराष्ट्र में जनादेश की खुली लूट की गई- यह तीखा आरोप महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्नीथला ने किया है। चेन्नीथला ने कहा, “2024 में जब मैंने महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी पद का कार्यभार संभाला, तब मेरी पहली ही परीक्षा लोकसभा चुनाव थी। उस चुनाव में कांग्रेस के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी ने मोदी लहर को रोकते हुए महाराष्ट्र में बीजेपी को पीछे धकेल दिया। महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में बीजेपी की हार ही उनके पूर्ण बहुमत के सपने की सबसे बड़ी रुकावट बनी।” “लेकिन इसके बाद केवल छह महीने के भीतर ऐसा क्या हुआ कि जो महाविकास अघाड़ी 170 से अधिक विधानसभा सीटें जीतने की स्थिति में थी, वह घटकर सिर्फ 50 पर आ गई? क्या यह किसी को भी सहज रूप से स्वीकार्य हो सकता है? जहां मोदी खुद महाराष्ट्र में माहौल नहीं बना पाए, वहां एकनाथ शिंदे- जिनके राजनीतिक जीवन पर विश्वासघात, अवसरवाद और गद्दारी की छाया है- उन्होंने ऐसी कौन सी जादूगरी कर दी कि उन्हें इतनी बड़ी जीत मिल गई?” “यह कोई संयोग नहीं था, बल्कि लोकतंत्र और चुनावी प्रक्रिया पर हुआ एक ठोस, पूर्वनियोजित और सुनियोजित हमला था। महाराष्ट्र में लोकतंत्र पराजित नहीं हुआ — उसका गला घोंटा गया,” चेन्नीथला ने स्पष्ट शब्दों में कहा। * चौंकाने वाले आंकड़े - 2019 लोकसभा चुनाव में, महाराष्ट्र में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या थी 8.98 करोड़। - 2024 लोकसभा तक, यह संख्या बढ़कर 9.29 करोड़ हो गई — यानी 5 साल में लगभग 31 लाख की स्वाभाविक वृद्धि। - लेकिन, केवल 5 महीनों में, यानी विधानसभा चुनावों तक, यह संख्या अचानक 9.70 करोड़ तक पहुँच गई- यानी 41 लाख की अप्रत्याशित वृद्धि! - जबकि सरकारी आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में कुल वयस्कों की संख्या 9.54 करोड़ है- तो फिर 9.70 करोड़ मतदाता कैसे हो सकते हैं? * मतदान में रहस्यमयी छलांग - मतदान के दिन प्रारंभिक मतदान प्रतिशत 58.22 प्रतिशत घोषित किया गया। - न तो कहीं लंबी कतारें थीं, न ही देर रात तक मतदान हुआ। - फिर भी अगली सुबह तक मतदान प्रतिशत 66.05 प्रतिशत कैसे पहुँच गया? - यह 7.83 प्रतिशत की चमत्कारी वृद्धि का मतलब है- लगभग 76 लाख अतिरिक्त वोट, जिनमें अधिकांश बीजेपी को गए। “अगर यह जनादेश की खुली चोरी नहीं है, तो और क्या है?” चेन्नीथला ने पूछा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने केवल एक लेख नहीं लिखा- उन्होंने लोकतंत्र के सुनियोजित अंत की साजिश का पर्दाफाश किया है। यह लड़ाई सिर्फ महाराष्ट्र की नहीं है- यह पूरे देश की लोकतांत्रिक आत्मा और नागरिक स्वतंत्रता की रक्षा की लड़ाई है। “भारत निर्वाचन आयोग को अब जवाब देना ही होगा। महाराष्ट्र की जनता को सच जानने का अधिकार है,” चेन्नीथला ने कहा। “कांग्रेस पार्टी जनता के साथ दृढ़ता से खड़ी है। हम लोकतंत्र की रक्षा के लिए हरसंभव संघर्ष करेंगे।” “जनता को सतर्क रहना चाहिए, जानकारी पर निगरानी रखनी चाहिए और संगठित रहना चाहिए- क्योंकि अगर हमने अब आंखें मूंद लीं, तो जल्द ही हमारी बची-खुची आज़ादी भी छीन ली जाएगी,” उन्होंने चेतावनी दी। संतोष झा- ०७ जून/२०२५/ईएमएस