राज्य
07-Jun-2025


* मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गिफ्ट सिटी में इनफोसिस के नए डेवलपमेंट सेंटर का प्रारंभ कराया गांधीनगर (ईएमएस)| मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गिफ्ट सिटी में इनफोसिस के नए डेवलपमेंट सेंटर का प्रारंभ कराते हुए राज्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित प्रणाली स्थापित कर एआई इंडस्ट्री को प्रोत्साहन देने की मंशा व्यक्त की। इस संदर्भ में उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि गिफ्ट सिटी में एआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत कर राज्य में नए सॉल्यूशन बनाने वाले एक्सपर्ट्स, प्रोफेशनल्स तथा स्टार्टअप्स को एक साथ लाने का प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है। इनफोसिस द्वारा गिफ्ट सिटी में कार्यरत हुआ यह डेवलपमेंट सेंटर फिनटेक फ्रेमवर्क अंतर्गत अत्याधुनिक वित्तीय प्रौद्योगिकी के सॉल्यूशन प्रदान करने पर ध्यान केन्द्रित करेगा। इतना ही नहीं; ग्लोबल सर्विसेज एवं इनोवेशन पर भी विशेष बल दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त; वित्तीय संस्थानों के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए अत्याधुनिक एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग एवं एआई संचालित इनसाइट्स प्रदान किए जाएंगे और डिजिटल पेमेंट, स्मार्ट एग्रीमेंट्स तथा एसेट टोकनाइजेशन के लिए सुरक्षित व पारदर्शी सॉल्यूशन का एनालिसिस भी किया जाएगा। 32 करोड़ रुपए के निवेश के साथ कार्यरत हुए इनफोसिस का यह डेवलपमेंट सेंटर लगभग 1 हजार से अधिक प्रोफेशनल्स को रोजगार भी प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने यह डेवलपमेंट सेंटर गुजरात में शुरू करने के लिए इनफोसिस का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के विशिष्ट विजन से शुरू हुई गिफ्ट सिटी देश का टेक एवं फिनटेक हब बनी है और विश्व की अनेक अग्रणी आईटी, फिनटेक व न्यू एज टेक्नोलॉजी इकाइयाँ गिफ्ट सिटी में कार्यरत हैं। भूपेन्द्र पटेल ने जोड़ा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू कराए गए डिजिटल इंडिया मिशन के फलस्वरूप पिछले एक दशक में टेक्नोलॉजी की परिभाषा बदल गई है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले 11 वर्षों में देश में आईटी आधारित उद्योगों, सेमीकंडक्टर व इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र को विशेष प्रोत्साहन देने के लिए पॉलिसीज व मिशन शुरू किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को सॉफ्ट पावर लीडर तथा नॉलेज बेस्ड इकोनॉमी में अग्रसर रखने में गुजरात लीड लेने को सज्ज है। उन्होंने राज्य में इनोवेशन क्षेत्र में युवाओं का मार्गदर्शन करने वाली ‘आई-क्रिएट’ की स्थापना में इनफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति की महत्वपूर्ण भूमिका को याद किया। इनफोसिस के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) जयेश संघराजका ने इस अवसर पर इनफोसिस की प्रगति गाथा का वर्णन करते हुए कहा कि वैश्विक कन्सल्टिंग एवं आईटी सेवाएँ प्रदान करने वाली इनफोसिस 1981 में स्थापित हुई है। उन्होंने बताया कि वैश्विक उद्यमों के सिस्टम्स एवं कार्यपद्धतियों का संचालन करने में चार दशकों से अधिक के विशाल अनुभव के साथ इनफोसिस 56 देशों में अपने क्लाइंट्स को कुशलतापूर्वक मार्गदर्शन प्रदान कर रही है और इसके पास 3.20 लाख से अधिक कर्मचारियों का संख्या बल है। उन्होंने जोड़ा कि इसके अतिरिक्त; 2024 में इनफोसिस को भारत के श्रेष्ठ नौकरीदाताओं में एक के रूप में मान्यता मिली है और कंपनी ने महिलाओं के लिए भारत के श्रेष्ठ कार्यस्थलों में लगातार चौथे वर्ष चोटी की 50 बड़ी कंपनियों में स्थान प्राप्त किया है। इस अवसर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती मोना खंधार, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केन्द्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) के अध्यक्ष के. राजारमन, इनफोसिस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रजनीश मालवीय, नीलाद्री प्रसाद मिश्रा तथा राज्य की आईसीटी एवं ई-गवर्नेंस निदेशक कविता शाह एवं आमंत्रितगण उपस्थित रहे। सतीश/07 जून