नई दिल्ली (ईएमएस)। पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने कहा है कि इंग्लैंड दौरे में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को बर्मिंघम और द ओवल सहित उन टेस्ट स्थलों में उतारना चाहिये जो कठिन हो। उन्होंने कहा कि बुमराह पर अधिक बोझ नहीं डालना है । साथ ही कहा कि उनका उपयोग वहां ज्यादा लाभप्रद रहेगा जहां हालात कठिन हों। भारतीय टीम 20 जून से हेडिंग्ले में इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट खेलेगी। भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने भी हाल ही में घोषणा की थी कि बुमराह की फिटनेस को देखते हुए उनको लगातार नहीं उतारा जाएगा और वह तीन टेस्ट ही खेलेंगे। साथ ही कहा कि उनकी पीठ में स्ट्रेस रिएक्शन के कारण उन्हें आराम देना बेहद जरुरी है। इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट के दौरान उनकी पीठ में दर्द उभर गया था। बुमराह इसी कारण चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर थे। हाल ही में उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियंस की ओर से सफल वापसी की थी। वहीं भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर का कहना है कि बुमराह को हालातों के अनुसार उतारा जाएगा हालांकि ये अभी तय नहीं हुआ है कि वह किन-किन मैचों में खेलेंगे। ,आकाश ने सलाह दी कि बुमराह का इस्तेमाल मुश्किल हालातों में ही करना ठीक रहेगा। विशेष तौर पर देखा जाये तो बर्मिंघम और द ओवल का मैदान कठिन है और ऐसे में बुमराह का वहां खेलना ठीक रहेगा। चोपड़ा ने कहा कि कठिन हालात में आप अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को चाहते हैं। इसलिए उन मैचों में बुमराह को शामिल करना अच्छा होगा। जैसे आप को लक्ष्य का पीछा करते हुए बल्लेबाजी में विराट कोहली की जरुर पड़ती है वैसे ही बुमराह को मुश्किल हालातों में। बर्मिंघम और द ओवल की सपाट पिचों पर सफलता मिल सकती है, इस दौरान । यह फैसला बुमराह की फिटनेस पर भी काफी कुछ निर्भर करेगा। भारतीय टीम इस सीरीज में रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गज बल्लेबाजों के बिना ही उतरेगी क्योंकि इन दोनो ने ही हाल में टेस्ट प्रारुप से संन्यास ले लिया था। टीम की कप्तानी युवा शुभमन गिल के पास रहेगी। गिरजा/ईएमएस 08 जून 2025