भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ने केंद्र सरकार से की अपील नई दिल्ली,(ईएमएस)। भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह रेयर अर्थ मैग्नेट के आयात के लिए चीन सरकार से शीघ्र मंजूरी दिलाने में मदद करें। ये मैग्नेट पैसेंजर कारों समेत कई क्षेत्रों में इस्तेमाल किया जाता है, विशेष रूप से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए बहुत जरूरी हैं। 4 अप्रैल 2024 से चीन ने 7 रेयर अर्थ तत्वों और संबंधित मैग्नेट्स के निर्यात पर विशेष परमिट अनिवार्य कर दिया है। इसके बाद से भारतीय आपूर्तिकर्ताओं ने चीनी वेंडर्स के जरिए निर्यात की मंजूरी मांगी, लेकिन अब तक कोई स्वीकृति नहीं मिली है। चीन विश्व भर में इन मैग्नेट्स के 90 फीसदी प्रोसेसिंग क्षमता पर नियंत्रण रखता है। इनका इस्तेमाल ऑटोमोबाइल्स, होम एप्लायंसेज, और क्लीन एनर्जी सेक्टर में होता है। जापान में सुजुकी को स्विफ्ट कार का प्रोडक्शन रोकना पड़ा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वहीं भारत में मारुति सुजुकी के सीनियर एग्जीक्यूटिव ने कहा कि चीन ने एंड-यूज़र सर्टिफिकेट मांगा है, जिसे भारत सरकार द्वारा प्रमाणित और चीन सरकार द्वारा स्वीकृत करना होगा। डेलॉइट इंडिया के ऑटोमोटिव सेक्टर लीडर ने कहा कि यह संकट ईवी सप्लाई चेन के लिए एक बड़ा झटका है क्योंकि रेयर अर्थ मैग्नेट्स इलेक्ट्रिक मोटर का अहम हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि ये लंबे समय से आरएंडडी का विषय रहे हैं, लेकिन अब तक इनके विकल्पों का बड़े पैमाने पर वाणिज्यिक उपयोग नहीं हुआ है। आईसीआरए के उपाध्यक्ष ने बताया कि रेयर अर्थ मैग्नेट्स ईवी में इलेक्ट्रिक मोटर, रीजेनरेटिव ब्रेकिंग, और पावर स्टीयरिंग जैसी तकनीकों में उपयोग होते हैं। उन्होंने कहा कि इसकी कमी से महंगाई बढ़ सकती है और प्रोडक्शन में रुकावट आ सकती है। सिराज/ईएमएस 09जून25