लंदन (ईएमएस)। हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हार्ट ब्लॉकेज जैसी गंभीर स्थितियों का खतरा अब पहले से कहीं ज्यादा बढ़ चुका है। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल की बीमारियों की जड़ में खानपान, तनाव, शारीरिक निष्क्रियता और अनहेल्दी आदतें हैं। हार्ट ब्लॉकेज तब होता है जब दिल की धमनियों में किसी कारण से अवरोध उत्पन्न होता है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल या चिपचिपा पदार्थ जब रक्त वाहिकाओं की दीवारों पर जमा होने लगता है, तो यह प्लाक का रूप ले लेता है। इससे रक्त प्रवाह में रुकावट आती है और दिल को ऑक्सीजन युक्त रक्त पंप करने में परेशानी होती है। समय रहते इलाज न होने पर यह स्थिति घातक हो सकती है। हार्ट ब्लॉकेज के कुछ प्रमुख लक्षणों में सीने में दर्द, जल्दी थकावट, सांस लेने में तकलीफ, सिरदर्द, चक्कर आना, हाथ-पैरों में सुन्नपन और गर्दन, जबड़े या पीठ में दर्द शामिल हैं। इन संकेतों को नजरअंदाज करना भविष्य में गंभीर स्वास्थ्य संकट को न्योता दे सकता है। इस खतरे से बचने के लिए कुछ आसान घरेलू उपाय बेहद कारगर हो सकते हैं। खासतौर पर नींबू, लहसुन और अदरक का जूस दिल की नसों की सफाई में मददगार माना जाता है। नींबू में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में जमा गंदगी और चिपचिपाहट को दूर करने में सहायक होते हैं। वहीं, लहसुन खून को पतला करता है और रक्त के थक्के बनने से रोकता है। अदरक में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व सूजन कम करने और रक्त प्रवाह को सुचारु बनाने में मदद करते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इन तीनों चीजों को मिलाकर बनाया गया जूस नियमित रूप से सेवन करने पर नसों की सफाई कर सकता है और हार्ट ब्लॉकेज से बचा सकता है। इसके अलावा संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन और धूम्रपान जैसी आदतों से दूरी भी हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। समय पर लक्षणों की पहचान और सावधानी से आप दिल की बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। बता दें कि आज की जीवनशैली और अनियमित खानपान ने सेहतमंद रहना एक बड़ी चुनौती बना दिया है। खासकर दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। पहले जो समस्याएं सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित मानी जाती थीं, वे अब युवाओं को भी तेजी से अपनी चपेट में ले रही हैं। सुदामा/ईएमएस 11 जून 2025