11-Jun-2025


- गर्मी में ठंडक सर्दी में गर्माहट छतरपुर (ईएमएस)। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले का खजुराहो पर्यटन स्थल अब बांस की साड़ियों के नाम से भी जाना जा रहा है।दुनिया भर के पर्यटक खजुराहो आते हैं। कला,वास्तु कला और संस्कृति की ऐतिहासिक धरोहर को देखने के लिए जो भी पर्यटक भारत आता है। वह खजुराहो अवश्य आता है। अब खजुराहो की एक नई पहचान भी बन रही है। यहां पर बांस से साड़ियों को तैयार किया जा रहा है। यह साड़ियां पर्यावरण के अनुकूल हैं।देश और विदेश के जो भी पर्यटक यहां पहुंचते हैं। वह खजुराहो में बनी साड़ियों को जरूर खरीदतें हैं। इन साड़ियों की खासियत है, यह ठंड में गर्म रहती हैं, और गर्मी में ठंडक का एहसास कराती हैं। महिलाओं द्वारा इसे बहुत पसंद किया जा रहा है। इन साड़ीयों में एंटीबैक्टीरियल तत्व होने के कारण इन पर प्रेस करने की जरूरत नहीं होती है। बाहर से आने वाले पर्यटक बड़े शौक से इन साडियों खरीद रहे हैं। यह खजुराहो की विशेष पहचान बन गई है। बांस से बनी यह साड़ियां बार-बार इस्तेमाल के बाद भी लंबे समय तक चलती हैं। जलवायु के अनुरूप अपने आप में मौसम के अनुसार ठंडी-गर्मी में इनकी तासीर बदल जाती है। एक साड़ी को हाथ से तैयार करने में कारीगर को कम से कम 2 दिन का समय लगता है। साडीयों की मांग निरंतर बढ़ रही है। उसी हिसाब से यहां के स्थानीय लोगों को रोजगार का नया अवसर प्राप्त हो रहा है। इन साड़ियों की डिजाइन और कलर को लेकर लगातार रिसर्च होती है। जिसके कारण यह पर्यटकों में काफी लोकप्रिय हो रही हैं। एसजे/ 11 जून 25