नई दिल्ली (ईएमएस)। दिल्ली में ग्रुप हाउसिंग सोसायटियों में आग की बढ़ती घटनाएं दिल्ली में चिंता का सबब बन रही हैं। खास तौर पर द्वारका में इस तरह की घटनाएं हर गर्मी में देखने को मिल रही हैं। अब सोसायटियों की मैनेजमेंट कमिटियां भी इससे परेशान हैं और नियमों को सख्त करने की बात कर रही हैं। द्वारका, आईपी एक्सटेंशन, रोहिणी, कीर्ति नगर आदि में काफी संख्या में ग्रुप हाउसिंग सोसायटियां हैं। दिल्ली में इनकी संख्या 2000 से अधिक हैं। सोसायटियों के लोगों के अनुसार अधिकांश अपार्टमेंट फायर सेफ्टी के नियमों को पूरा करते हैं। फायर डिपार्टमेंट की गाड़ियां आ सकें, इसके लिए चारों तरफ 6 मीटर की सड़क भी छोड़ी गई है। इसके बावजूद जरूरत पड़ने पर सोसायटियों को समय पर मदद नहीं मिल रही है। जरूरत के समय सारे इंतजाम बौने पड़ जाते हैं। मंगलवार को भी इस तरह के एक हादसे में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। एडीआरएफ (ऑल द्वारका रेजिडेंट फेडरेशन) के प्रेजिडेंट अजीत स्वामी के अनुसार अपार्टमेंट के अंदर ही नहीं बाहर की सर्विस लेन भी पार्किंग से भरी रहती है। आग की ऐसी घटनाएं फायर डिपार्टमेंट की लापरवाहियों का नतीजा भी हैं। यहां पर फायर डिपार्टमेंट की टीमें कभी सोसायटियों में आकर चेक नहीं करती कि लगाए गए उपकरण काम कर रहे हैं या नहीं। उनमें कोई ब्लॉकेज तो नहीं। सोसायटी के ओपन एरिया के लिए तो नियम हैं, लेकिन लोगों ने सेफ्टी के लिए घरों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लगा लिए हैं। अजीत झा/ देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/11/जून/2025