वाशिंगटन,(ईएमएस)। फिल्म निर्माता हार्वे वीनस्टीन को यौन अपराधों से जुड़े मामले की फिर से सुनवाई के दौरान एक और आरोप में दोषी ठहराया है, लेकिन एक अन्य मामले में उन्हें बरी भी कर दिया और जूरी के सदस्य अभी तीसरे आरोप पर फैसले पर नहीं पहुंच सके हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ‘मी टू’ आंदोलन के दौरान लगे आरोपों के मामले में वीनस्टीन को पांच साल पहले दोषी ठहराया गया था, लेकिन पिछले साल दोषसिद्धि संबंधी फैसले को पलट दिया और मामले को मैनहट्टन की उसी अदालत में फिर से भेज दिया, जहां पहले सुनवाई हुई थी। इस बार महिला बहुमत वाली जूरी ने वीनस्टीन को 2006 में एक पीड़िता को यौन कृत्य के लिए जबरन मजबूर करने का दोषी माना, लेकिन उसने वीनस्टीन को 2006 के एक अन्य आपराधिक यौन कृत्य के आरोप से बरी कर दिया। जूरी 2013 में एक अन्य महिला से रेप के आरोप पर विचार-विमर्श कर रही है। वीनस्टीन (73) ने किसी का यौन उत्पीड़न करने के आरोपों से इनकार किया है। सिराज/ईएमएस 12जून25 ------------------------------