भारत के अहमदाबाद एयरपोर्ट से प्लेन के टेक ऑफ करने के तुरंत बाद मेघानीनगर इलाके में यह हादसा हुआ है। विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था, प्लेन में 12 क्रू मेंम्बर्स (दो पायलट समेत) और 230 यात्रियों सहित कुल 242 लोग सवार थे। विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी सवार थे। विमा ने गुरुवार12/6/25 दोपहर 1 बजकर 38 मिनट पर उड़ान भरी थी और दो मिनट के बाद ही 1 बजकर 40 मिनट बाद क्रैश हो गया एअर इंडिया के विमान AI-171 ने दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI Airport) से अहमदाबाद के लिए उड़ान भरी थी किसी भी व्यक्ति के जीवित रहने का कोई संभावना नहीं है लेकिन रमेश कुमार नामक व्यक्ति बच गए ऐ किसी चमत्कार से कम नहीं है दुर्घटना में मारे गए सभी लोगों के प्रति सहानुभूति प्रकट करता हूँ विमानन इतिहास की सबसे घातक दुर्घटनाएँ एयर इंजन विफलताओं के प्रकार:है समय से पहले इंजन में टूट-फूट एक मुख्य कारण हों सकता है क्योंकि ऐ टेक ऑफ के तुरंत बाद हुई इसमें ब्लेड का फटना, कंप्रेसर को नुकसान और लंबे समय तक उपयोग या अपर्याप्त रखरखाव के कारण टरबाइन की समस्याएँ शामिल हैं।):विदेशी वस्तुएँ (पक्षी, मलबा) निगलने से इंजन के पुर्जे गंभी रूप से क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।:अत्यधिक गर्मी धातु के पुर्जों को विकृत कर सकती है, जिससे इंजन पूरी तरह से विफल हो सकता है।:ईंधन की कमी, संदूषण या थकावट इंजन के संचालन को बाधित कर सकती है। इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक विफलताएँ: भी हों सकती है इंजन नियंत्रण प्रणाली या अन्य इलेक्ट्रॉनिक पुर्जों में समस्याएँ खराबी का कारण बन सकती हैं।मैकेनिकल खराबी में भी विमान दुर्घटना होती है इसमें शाफ्ट, बेयरिंग और गियर जैसे इंजन के मैकेनिकल पुर्जों में खराबी शामिल है।इंजन विफलताएँ, विशेष रूप से टेकऑफ़ या लैंडिंग के दौरान, उड़ान सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण जोखिम पैदा कर सकती हैं, जिससे संभावित रूप से दुर्घटनाएँ या आपातकालीन लैंडिंग हो सकती हैं।:इंजन की विफलता के कारण रखरखाव और मरम्मत के लिए डाउनटाइम होता है, जिससे एयरलाइनों और निर्माताओं को वित्तीय नुकसान तो होता है लेकिन जिसकी जान चली गई वो तो बापस नहीं आ सकते ।:इंजन की विफलता वाले विमानों को अनिर्धारित लैंडिंग करनी पड़ सकती है या उन्हें वैकल्पिक हवाई अड्डों पर भेजा जा सकता है।:निरीक्षण और जाँच सहित नियमित रखरखाव, संभावित समस्याओं की पहचान करने और उन्हें दूर करने में मदद कर सकता है, इससे पहले कि वे पूर्ण इंजन विफलता का कारण बनें।इंजन विश्वसनीयता सुधार के लिए अनुसंधान और विकास प्रयास बेहतर विफलता पहचान और रोकथाम के साथ अधिक टिकाऊ और विश्वसनीय इंजन बनाने पर केंद्रित हैं।परिचालन संबंधी चुनौतियाँ से निपटना होगा उन्नत निगरानी और निदान की व्यवस्था भी जरुरी है इंजन के प्रदर्शन की निगरानी करने और संभावित समस्याओं की जल्द पहचान करने के लिए सेंसर, डेटा लॉगिंग और पूर्वानुमान विश्लेषण का उपयोग करना।आपातकालीन प्रक्रियाएँ और प्रशिक्षण:पायलटों और उड़ान कर्मचारियों को इंजन विफलताओं को संभालने और सुरक्षित लैंडिंग बिंदुओं पर नेविगेट करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।:संभावित इंजन विफलताओं की भविष्यवाणी करने और रखरखाव को पहले से शेड्यूल करने के लिए मशीन लर्निंग और AI का उपयोग करना होगा ।अब विमान को उन्नत सामग्री और डिजाइन:करण चाहिए नई सामग्रियों और इंजन डिजाइनों की खोज करना जो बेहतर स्थायित्व और विश्वसनीयता प्रदान करते हैं।विफलता विश्लेषण:का अध्ययन कर उस खामी को दूर की जा सकता है मूल कारणों की पहचान करने और सुधारात्मक कार्रवाई विकसित करने के लिए इंजन विफलताओं की विस्तृत जांच करना।:सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इंजन रखरखाव और प्रमाणन के लिए विनियमों और मानकों की समीक्षा करना और उन्हें अद्यतन करना जरुरी है ।विमानन इतिहास की सबसे घातक दुर्घटनाएँअंतर्राष्ट्रीय नागरिक विमानन अनुबंध 13 के अनुसार विमानन दुर्घटना को विमान के संचालन से जुड़ी एक घटना के रूप में परिभाषित किया गया है, जो उस समय के बीच होती है जब कोई व्यक्ति उड़ान के इरादे से विमान में चढ़ता है और जब तक कि सभी व्यक्ति उतर नहीं जाते, जहाँ कोई व्यक्ति घातक या गंभी रूप से घायल हो जाता है, विमान क्षतिग्रस्त हो जाता है या संरचनात्मक विफलता होती है या विमान गायब हो जाता है या पूरी तरह से दुर्गम हो जाता है। यदि विमान नष्ट हो जाता है या गंभी रूप से क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो इसे पतवार हानि दुर्घटना के रूप में परिभाषित किया जाता है।। विमानन इतिहास की सबसे घातक दुर्घटनापैन एम फ़्लाइट 1736 और KLM फ़्लाइट 4805स्थान: टेनेरिफ़, कैनरी द्वीप,घटना की तिथि: 27-मार्च-77 थी और कुल मौतें: 583 हुई 27 मार्च, 1977 को, कैनरी द्वीप के स्पेनी द्वीप टेनेरिफ़ पर लॉस रोडियोस एयरपोर्ट (अब टेनेरिफ़ नॉर्थ एयरपोर्ट) के रनवे पर दो बोइंग 747 यात्री जेट टकरा गए। इस दुर्घटना में 583 लोगों की मौत हो गई, जो विमानन इतिहास की सबसे घातक दुर्घटना थी। संगठनात्मक प्रभावों, पर्यावरणीय परिस्थितियों और असुरक्षित कृत्यों की जटिल अंतःक्रिया के परिणामस्वरूप इस विमान दुर्घटना के लिए अग्रणी, टेनेरिफ़ में हुई आपदा ने विमानन दुर्घटना जांच और दुर्घटना की रोकथा में उपयोग की जाने वाली प्रक्रियाओं और रूपरेखाओं की समीक्षा के लिए एक पाठ्यपुस्तक उदाहरण के रूप में कार्य किया है। । सबसे खराब घरेलू उड़ान दुर्घटनाजापान एयरलाइंस की उड़ान 123स्थान: यूनो, जापान में घटना की तिथि: 12-अगस्त-85 को कुल कुल मृत्यु: 520 लोगों की हुई जापान एयरलाइंस की उड़ान टोक्यो के हानेडा हवाई अड्डे से जापान के ओसाका अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए जापान एयरलाइंस की एक निर्धारित घरेलू यात्री उड़ान थी। सोमवार, 12 अगस्त, 1985 को, इस मार्ग पर चलने वाले एक बोइंग 747SR को उड़ान के 12 मिनट बाद विस्फोटक विसंपीड़न का सामना करना पड़ा और, 32 मिनट बाद, टोक्यो से 100 किलोमीटर (62 मील) दूर, गुनमा प्रान्त के यूनो में माउंट ताकामागहारा की दो चोटियों से टकरा गया। दुर्घटना स्थल माउंट ओसुताका के पास ओसुताका रिज पर था।। दुनिया की एक और घातक-हवाई टक्कर से सऊदी अरब की फ्लाइट 763 और कजाकिस्तान एयरलाइंस की फ्लाइट 1907 को स्थान: चरखी दादरी, भारत में घटना की तिथि: 12-नवंबर-96 को हुई जिसमें कुल मौतें: 349 लोगों की हुई चरखी दादरी मध्य-हवाई टक्कर 12 नवंबर 1996 को भारत के नई दिल्ली के पश्चि में चरखी दादरी गांव के ऊपर हुई थी। इसमें शामिल विमान दिल्ली से सऊदी अरब के धाहरन के लिए सऊदी अरब एयरलाइंस बोइंग 747-100B और चिमकेंट, कजाकिस्तान से दिल्ली के लिए कजाकिस्तान एयरलाइंस इल्यूशिन आईएल-76 थे। इस दुर्घटना में दोनों विमानों में सवार सभी 349 लोगों की मौत हो गई, जिससे यह दुनिया की सबसे घातक मध्य-हवाई टक्कर, भारत में होने वाली सबसे घातक विमानन दुर्घटना और विमानन के इतिहास में तीसरी सबसे घातक विमान दुर्घटना बन गई। विमान डिज़ाइन दोष के कारण घातक दुर्घटनातुर्की एयरलाइंस की उड़ान 981स्थान: फॉनटेन-चालीस, फ्रांसघटना की तिथि: 03-मार्च-74कुल मौतें: 346 लोगों की हुई तुर्की एयरलाइंस की उड़ान 981 इस्तांबुल येसिलकोय हवाई अड्डे से लंदन हीथ्रो हवाई अड्डे तक की नियमित रूप से निर्धारित उड़ान थी, जिसमें पेरिस के ओरली हवाई अड्डे पर एक मध्यवर्ती स्टॉप था। 3 मार्च 1974 को उड़ान का संचालन करने वाला मैकडॉनेल डगलस डीसी-10 पेरिस के बाहर एर्मेननविले जंगल में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे विमान में सवार सभी 346 लोग मारे गए। उस समय, यह विमानन इतिहास की सबसे घातक विमान दुर्घटना थी। यह अभी भी विमानन इतिहास की चौथी सबसे घातक विमान दुर्घटना बनी हुई है, बिना किसी जीवित बचे दूसरी सबसे घातक, और बिना किसी जीवित बचे सबसे घातक एकल विमान दुर्घटना, और यूरोप में दूसरी सबसे खराब विमानन दुर्घटना है। । विमानन इतिहास में पहला बम विस्फोटएयर इंडिया फ्लाइट 182स्थान: अटलांटिक महासागर,घटना की तिथि: 23-जून-85 को हुई कुल मौतें: 329 यात्रियों की हुई एयर इंडिया फ्लाइट 182 वैंकूवर-टोरंटो-मॉन्ट्रियल-लंदन-दिल्ली मार्ग पर संचालित होने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट थी। 23 जून 1985 को, फ्लाइट की सेवा करने वाले बोइंग 747-237B (c/n 21473/330, पंजीकरण VIDEO, सम्राट कनिष्क) को 31,000 फीट (9,400 मीटर) की ऊंचाई पर बम से नष्ट कर दिया गया था। यह आयरिश हवाई क्षेत्र में अटलांटिक महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह 747 जंबो जेट पर पहला बम विस्फोट था। कुल 329 लोग मारे गए, जिनमें 268 कनाडाई नागरिक, 27 ब्रिटिश नागरिक और 24 भारतीय नागरिक शामिल थे। यह घटना कनाडा के इतिहास में सबसे बड़ी सामूहिक हत्या थी। यह 11 सितंबर, 2001 के हमलों तक हवाई जहाज़ से जुड़ा सबसे ख़तरनाक आतंकवादी हमला था। यह सबसे ख़तरनाक विमान बम विस्फोट भी है। एयर इंडिया 182 पर बमबारी उसी समय हुई थी जब नारिता हवाई अड्डे पर बमबारी हुई थी। जांचकर्ताओं का मानना है कि दोनों साज़िशें जुड़ी हुई थीं, और ज़िम्मेदार लोग दोहरा बम विस्फोट करने का लक्ष्य बना रहे थे। हालाँकि, नारिता में बम विमान में लोड होने से पहले ही फट गया।ख़तरनाक विमानन आपदा जिसमें प्रभाव पर दुर्घटना या बीच उड़ान में ब्रेक-अप शामिल नहीं था अतः इस प्रकार बहुत सी विमान दुर्घटना हुई और भी बहुत जगह हुई ऐ एक आपदा है जिससे लोगो की गलती से नहीं कुछ विमान की खामिया या मेंटेनेंस बराबर नहीं होना भी है क्योंकि विमान 11साल पुराना था जांच में ब्लैक बॉक्स मिलने के बाद ही सच सामने आएगी सभी मृत यात्रियों को संवेदना प्रकट करता हूँ बहूत दुःख घटना है।इसमें जिससे विमान टकराया वो भी डॉक्टर की हॉस्टल भी थी जिससे 10 लोगों की इससे मौत भी हुई है और कई दुर्घटनाग्रस्त हैं सभी के प्रति संवेदना प्रकट करता हूँ और बहुत शोक।है ईश्वर सबको सबल प्रदान करें ऐ बहुत दुःखद घटना है। देश को एकजुट होकर लोगों की मदद करना चाहिए। ईएमएस/11जून2025