तेलअवीव,(ईएमएस)। फ्रांसीसी नागरिक और यूरोपीय संसद की सदस्य रीमा हसन को इजरायल ने रिहा किया है। रीमा हसन, ग्रेटा थनबर्ग सहित 11 सामाजिक कार्यकर्ताओं को इजरायल ने 9 जून को गिरफ्तार किया था। अंतर्राष्ट्रीय कार्यकर्ताओं का यह ग्रुप इजरायली घेराबंदी को तोड़कर गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने जा रहा था। इजरायली सेना ने इन लोगों को गाजा पहुंचने से पहले ही गिरफ्तार किया। फ्लोटिला संगठन ने इजरायली सेना की कार्रवाई को अपहरण करार देकर अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया था। इजरायली सरकार अंतरराष्ट्रीय दबाव में सिर्फ एक दिन के भीतर ही इन कार्यकर्ताओं को सशर्त छोड़ने के लिए तैयार हो गई। इजरायली अधिकारियों ने इन कार्यकर्ताओं से कहा कि वह सभी लोग निर्वासन पत्र पर हस्ताक्षर करें, जिसके बाद उन्हें वापस भेज दिया जाएगा। सभी 11 अंतरराष्ट्रीय सामाजिक कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर इजरायल की पूरी दुनिया में आलोचना हो रही थी। सभी 12 कार्यकर्ताओं में सिर्फ 4 कार्यकर्ताओं ने शर्त को स्वीकार किया था, जिसमें ग्रेटा थनबर्ग भी शामिल हैं। जबकि रीम हसन सहित 7 अन्य कार्यकर्ताओं ने हस्ताक्षकर करने से मना किया था। खबर है कि रीम हसन को गुरुवार को रिहा कर दिया गया है। रीमा हसन एक फिलस्तीनी मूल की फ्रांसीसी नागरिक हैं। रीमा हसन लगातार फिलस्तीनियों की हक में मुखर होकर आवाज उठाती रही हैं। आशीष दुबे / 13 जून 2025