अंतर्राष्ट्रीय
13-Jun-2025


इस्लामाबाद,(ईएमएस)। पाकिस्तान को अपनी प्रमुख खनन और संसाधन विकास परियोजना रिको दिक के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी सफलता मिल गई है। विश्व बैंक और इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (आईएफसी) ने परियोजना के लिए 700 मिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 6000 करोड़ रुपये) के रियायती ऋण को मंजूरी दे दी है। यह परियोजना पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में मौजूद है, जो देश का खनिज-संपन्न क्षेत्र माना जाता है। इस ऋण की मंजूरी को पाकिस्तान के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक और कूटनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है। यह मंजूरी पाकिस्तान के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके साथ ही निजी क्षेत्र से 2.5 अरब डॉलर के निवेश की भी उम्मीद है। रिको दिक परियोजना पाकिस्तान की सबसे बड़ी खनन पहलों में से एक है और इसके जरिए देश के संसाधन विकास क्षेत्र को बड़ा बल मिलने की संभावना है। रिको दिक परियोजना को कनाडा की कंपनी बैरक गोल्ड तथा पाकिस्तान की केंद्रीय और प्रांतीय (बलूचिस्तान) सरकारें मिलकर चला रही हैं। परियोजना के पहले चरण का उत्पादन 2028 में शुरू होने की उम्मीद है। इस चरण की फंडिंग को लेकर कई अंतरराष्ट्रीय ऋणदाताओं से बातचीत जारी है। अब पहले चरण में 45 मिलियन टन प्रति वर्ष (पहले 40 मिलियन टन) और दूसरे चरण में 90 मिलियन टन प्रति वर्ष (पहले 80 मिलियन टन) उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि उत्पादन दर में वृद्धि के कारण खान की कुल उम्र 42 से घटकर 37 वर्ष कर दी गई है, लेकिन कंपनी का मानना है कि अभी तक जिन खनिजों की गणना नहीं की गई है, वे परियोजना की उम्र को 80 वर्षों तक बढ़ा सकते हैं। परियोजना के पहले चरण की अनुमानित लागत भी बढ़कर 5.6 अरब डॉलर हो गई है, जो पहले 4 अरब डॉलर थी। इस बीच, विश्व बैंक ने अगले दस वर्षों तक पाकिस्तान के बुनियादी ढांचे के विकास में हर साल 2 अरब डॉलर निवेश करने की योजना बनाई है। क्या है रेको दिक परियोजना? रेको दिक परियोजना पाकिस्तान के चगाई जिले में स्थित दुनिया के सबसे बड़े अविकसित तांबा और सोना भंडारों में से एक है। इस परियोजना का स्वामित्व कनाडाई कंपनी बैरिक गोल्ड, पाकिस्तान की संघीय सरकार, और बलूचिस्तान की प्रांतीय सरकार के बीच साझेदारी में है। जिसमें प्रति वर्ष 240,000 टन तांबा और 300,000 औंस सोने का उत्पादन लक्ष्य है। दूसरे चरण में उत्पादन को बढ़ाकर 400,000 टन तांबा और 500,000 औंस सोना प्रति वर्ष करने की योजना है। एक अध्ययन के अनुसार, रेको दिक खदान में 15 मिलियन टन तांबे और 26 मिलियन औंस सोने का भंडार है। यह खदान विश्व की सबसे कम लागत वाली तांबा उत्पादक खदानों में से एक बनने की क्षमता रखती है। परियोजना की कुल लागत 6.6 बिलियन डॉलर आंकी गई है, जिसमें से 5.6 बिलियन डॉलर पहले चरण के लिए और शेष राशि बाद के चरणों के लिए होगी। आशीष दुबे / 13 जून 2025