अंतर्राष्ट्रीय
13-Jun-2025


6 न्यूक्लियर साइंटिस्ट खोने पर भडक़ा ईरान परमाणु युद्ध के कगार पर विश्व -इजराइल के हमले में 20 ईरानी कमांडर मारे गए, ट्रम्प बोले-परमाणु डील नहीं तो और बड़ा हमला होगा तेहरान/तेल अवीव/दिल्ली(ईएमएस)। पश्चिम एशिया में हिंसक संघर्ष रूकने का नाम नहीं ले रहा है। पहले गाजा में रक्तपात, अब ईरान के खिलाफ इजराइल ने एक सैन्य ऑपरेशन शुरू किया है, जिसे ऑपरेशन राइजिंग लायन नाम दिया गया है। इस ऑपरेशन के तहत इजराइल ने ईरान के परमाणु संयंत्रों को निशाना बनाया है। वहीं, इजराइली हमले पर ईरान ने पलटवार किया है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि हमारे देश पर हमले की इजराइल को कड़ी सजा भुगतनी पड़ेगी। इससे परमाणु युद्ध का खतरा बढ़ गया है। ईरान खुलेआम कहता रहा कि इजरायल एक अवैध देश है और उसे नक्शे से हटा दिया जाना चाहिए। अगर ईरान के पास परमाणु हथियार आ गया, तो तेल अवीव जोखिम में आ जाएगा। अमेरिका का वो मजबूत साथी रहा। यही वजह है कि वो इस खतरे को किसी भी हाल में बढऩे नहीं देना चाहता। अगर ईरान न्यूक्लियर पावर बना, तो बाकी मुस्लिम बहुल देश जैसे तुर्की, सऊदी भी वही करना चाहेंगे। इससे पूरा मध्यपूर्व अस्थिर हो जाएगा। इसका असर व्यापार पर होगा। मध्य पूर्व में अमेरिका के कई सैन्य अड्डे और हजारों सैनिक तैनात हैं, खासकर इराक, कतर और बहरीन में। ईरान की शक्ति से अमेरिकी सैन्य ठिकाने भी खतरे में होंगे। इजराइल ने शुक्रवार सुबह ईरान पर एयर स्ट्राइक की जिसमें 20 टॉप कमांडर मारे गए हैं। इनमें आर्मी और एयरफोर्स चीफ भी शामिल हैं। इजराइल ने सुबह 200 फाइटर जेट्स से 6 ठिकानों पर हमला किया था। इसमें कई परमाणु ठिकाने और मिलिट्री साइट्स को निशाना बनाया गया। इसके बाद ईरान ने दोपहर में इजराइल पर जवाबी हमला किया और 100 से ज्यादा ड्रोन दागे। इजराइली सेना ने दावा किया है कि उन्होंने सभी ड्रोन मार गिराए। अभी तक एक भी ड्रोन इजराइल की सीमा में नहीं पहुंचा। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को चेतावनी दी है। ट्रम्प ने कहा कि ईरान परमाणु समझौता कर ले वरना और बड़ा बड़ा हमला झेलना होगा। ट्रम्प ने कि सबकुछ खत्म होने से पहले यह डील कर लेनी चाहिए। इजराइल ने शुक्रवार सुबह ईरान के एटमी और दूसरे सैन्य ठिकानों पर बड़ा हमला किया है। इसमें ईरान के 2 बड़े सैन्य अधिकारी और 2 परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं। एक सीनियर ईरानी अधिकारी ने बताया कि राजधानी तेहरान में शाहरक शाहिद महालती नामक जगह पर हमला हुआ। यहां पर हाई रैंक वाले ईरानी सैन्य अफसर रहते हैं। हमले में 3 इमारतें तबाह हो गई हैं। एक इजराइली सैन्य अधिकारी ने दावा किया कि ईरान गुपचुप तरीके से परमाणु हथियार बना रहा है और उसके पास कुछ ही दिनों में 15 परमाणु बम बनाने लायक सामग्री है। इसे रोकने के लिए यह हमला किया गया। तेहरान के रिहायशी क्षेत्रों पर हमले का आरोप ईरानी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल अबोलफज़ल शेकारची ने सरकारी टेलीविजन पर बताया कि इजरायली हमलों में सिर्फ सैन्य ठिकाने ही नहीं, बल्कि तेहरान के रिहायशी इलाके भी निशाना बने हैं। उन्होंने कहा कि यह हमला अमेरिका के समर्थन से किया गया और इसे एक बर्बर और योजनाबद्ध आक्रामकता करार दिया। शेकारची ने कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान पूरी तरह से जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार है। खबर है कि, ईरान ने 100 से ज्यादा हथियारबंद ड्रोन के साथ इजरायल पर हमला किया है। इसके बाद मिसाइल हमला किया जाएगा। मारा गाया गया ईरान का टॉप मिलिट्री लीडरशिप इजरायल द्वारा किए गए इस अभूतपूर्व हमले में ईरान का टॉप मिलिट्री लीडरशिप खत्म हो गया है। ईरान के कई परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं। उसके परमाणु साइट तबाह हो गए हैं और बैलेस्टिक मिसाइल प्रोग्राम को भी नुकसान पहुंचा है। ईरान ने माना है कि इस हमले में ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद बघेरी; इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉप्र्स (आईआरजीसी) के कमांडर मेजर जनरल हुसैन सलामी; खतम अल-अनबिया सेंट्रल मुख्यालय के कमांडर मेजर जनरल घोलम अली राशिद मारे गए हैं। इजरायली हमले में मारे गए 6 परमाणु वैज्ञानिक अगर इजरायली हमले में मारे गए ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों की बात करें तो ईरान ने 6 परमाणु वैज्ञानिकों के मारे जाने की बात स्वीकार कर ली है। इनमें ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के पूर्व प्रमुख डॉ। फेरेयदून अब्बासी; और प्रमुख परमाणु भौतिक विज्ञानी डॉ। मोहम्मद मेहदी तेहरांची, अब्दुलहामिद मिनोउचेहर, अहमदरेजा जोल्फागरी, सईद अमीरहुसैन फेकी, मोतलाबिजादेह शामिल हैं। इस हमले के बाद ईरान के सर्वोच्च मजहबी नेता अली खामेनेई बिफरे हुए हैं। उन्होंने ईरान को दंड देने की धमकी दी है। अली खामेनेई ने कहा कि जायोनी शासन को कठोर सजा की उम्मीद करनी चाहिए। ईरान की सशस्त्र सेनाओं का शक्तिशाली हाथ उन्हें सजा दिए बिना नहीं छोड़ेगा। इस हमले में हमारे कई कमांडर और वैज्ञानिक शहीद हो गए, लेकिन उनके उत्तराधिकारी अपना मिशन जारी रखेंगे।यह अपराध करके ज़ायोनी शासन ने अपने कड़वे भाग्य को सील कर दिया है और उसे इसकी कीमत चुकानी होगी। ईरान का कहना है कि इस हमले में कई निर्दोष नागरिक, बच्चे और महिलाएं मारे गए हैं। विनोद उपाध्याय / 13 जून, 2025